ग्वालियर। मप्र की टोल टैक्स नीति में हुए बदलाव के बाद ग्वालियर की 3 सड़कों पर कॉमर्शियल वाहनों से लगभग 16 करोड़ रुपए सालाना वसूलने की तैयारी की गई है। इन सड़कों की लागत और मेंटेनेंस खर्च टोल टैक्स के जरिए निकाला जाएगा। 18 फरवरी को प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने निर्णय लिया कि प्रदेश की 17 सड़कों पर निजी वाहनों से टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। ग्वालियर की तीन सड़क मुरार-चितौरा, मोहनपुर-मौ और डबरा-हरसी रोड शामिल हैं। शहर से जुड़े यही 3 हाइवे हैं, जिन पर टोल नहीं लगता, बाकी सभी पर टोल टैक्स लागू है।
मोहनपुर से बेहट और मौ तक की 51.57 किलोमीटर लंबी सड़क 96 करोड़ 33 लाख रुपए की लागत से बनी थी। मुरार-चितौरा की 29.40 किलोमीटर लंबी सड़क 54 करोड़ 2 लाख की लागत से बनी और डबरा से भितरवार होते हुए हरसी तक की 63.90 किमी लंबी सड़क 144 करोड़ 30 लाख से बनी थी।
इन तीनों सड़कों पर अभी किसी भी वाहन पर टोल टैक्स नहीं लगता। प्रदेश सरकार ने टोल नीति में बदलाव करते हुए 17 सड़कों पर कॉमर्शियल वाहनों से टैक्स वसूलने की अनुमति दे दी। जानकारी के अनुसार ये टोल टैक्स 5 वर्ष तक लिया जाएगा और कंपनी इसके एवज में सड़कों का मेंटेनेंस कराएगी।
ग्वालियर की जिन 3 सड़कों का चयन किया गया है। उन पर निजी वाहनों की आवाजाही कम है। कॉमर्शियल यात्री वाहन एवं माल ढोने वाले वाहनों की संख्या बहुत अधिक है। इसलिए यात्री किराया और माल ढुलाई की दरें बढ़ने की भी संभावना है। यदि ऐसा हुआ तो ढुलाई होकर आने वाले माल के दाम पर भी असर पड़ेगा।