कभी खाना खाने का अगर मन न हो और खाने की थाली में हरी चटनी नज़र आ जाये तो न चाहते हुए भी खाना खाने के लिए बैठना ही पड़ता है. दरअसल हरी चटनी खाने के स्वाद को तो कई गुना बढ़ा ही देती है, थाली की सुंदरता में भी चार चांद लगा देती है. लेकिन केवल इतना ही नहीं है कि हरी चटनी केवल स्वाद और थाली की सुंदरता को ही बढ़ाती है. हरी चटनी सेहत को भी कई तरह के फायदे पहुंचाती है. आइये जानते हैं हरी चटनी खाने के क्या फायदे होते हैं.
एनीमिया दूर करने में मदद करती
हरी चटनी का सेवन एनीमिया दूर करने में मदद करता है.दरअसल हरी चटनी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला धनिया और पुदीना आयरन के गुणों से भरपूर होता है. शरीर में आयरन की कमी होने पर ही व्यक्ति एनीमिया का शिकार होता है. हरी चटनी का रोज़ाना सेवन करने से शरीर को आयरन मिलता है जिससे शरीर में खून की कमी दूर होती है.
पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करती
हरी चटनी का सेवन पाचन तंत्र को सही रखने में भी मदद करता है. इसकी वजह है कि धनिया या पुदीना की हरी चटनी बनाते समय उसमें अदरक, लहसुन, काला नमक, जीरा, नींबू और हरी मिर्च जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. जिसकी वजह से पाचन तंत्र दुरुस्त और हाजमा बढ़िया रहता है.
भूख बढ़ाने में करती है मदद
खाना खाने का मन या भूख न हो तो भी खाने की थाली में हरी चटनी देख कर अपने आप भूख लगने लगती है. खाने का स्वाद बढ़ाने वाली चटनी के साथ व्यक्ति अक्सर भूख से ज्यादा खाना भी खा लेता है.
डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करती
हरी चटनी का सेवन रोज़ाना करने से डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है. दरअसल चटनी में इस्तेमाल होने वाली हरी धनिया बॉडी में इंसुलिन के लेवल को सही बनाये रखती है जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है.
सूजन कम करने में मदद करती
हरी चटनी शरीर की सूजन को कम करने में भी मदद करती है. हरी धनिया में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसमें सहायक बनते हैं. इतना ही नहीं धनिया और पुदीना की चटनी का सेवन करने से मुंह के छाले भी जल्दी ठीक हो जाते हैं.