इंदौर :- एक तरफ़ देश में लॉक डाउन के चलते गुटका-पान मसाला और थूकने पर सरकारों न प्रतिबंध लगाया था। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चहिते इंदौर कलेक्टर रहें मनीष सिंह ने इंदौर में व्यापारी के साथ मिलकर लॉकडाउन में 700 करोड़ से ज्यादा का गुटखा पान मसाला बेच डाला। मंत्रालय में रूप लाइन में गए आईएएस मनीष सिंह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता में आते ही इंदौर का कलेक्टर बना दिया था।
इंदौर कलेक्टर बनने के बाद ही मनीष सिंह ने मौके का फायदा उठाते हुए इंदौर के गुटखा पान मसाला व्यापारी किशोर वाधवानी के साथ मिलकर लॉकडाउन में 700 करोड़ से ज्यादा का पान मसाला बेच डाला। इतना ही नहीं कलेक्टर मनीष सिंह ने केवल किशोर बाधवानी को ही प्रदेश में गुटखा बेचने की व्यवस्था करवाई और लगभग 35 से ज्यादा ट्रकों में माल पूरे देश में पहुंचाया।
वही कलेक्टर मनीष सिंह ने इस बीच किशोर वाधवानी से फोन पर 180 से ज्यादा बार बातचीत की। जिसमें करीब 230 करोड़ का कर चोरी का घोटाला सामने आया हैं। शिवराज के मध्य प्रदेश में आते ही भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हो जाते हैं।
आरोपी तो व्यापारी है : बड़े कर चोरी का आरोप :: डीआरआई साक्ष्य इकट्ठा कर कोर्ट में आरोप पत्र दायर करेगा : वास्तव अपराधी सरकारी नौकरशाही : कोरोना काल में इंदौर जैसे हाट्स्पाट : पीक टाइम में ७० ट्रक पास non essential आइटम के लिए इशू करके : CM/HM MP से इस आचरण पे कार्यवाही की अपेक्षा pic.twitter.com/arD51flKyN
— Vivek Tankha (@VTankha) June 19, 2020
बतादें की इंदौर ही नहीं पूरे मध्यप्रदेश में गुटखा-पान मसाला व्यापारियों ने प्रतिवंध के बाद भी अधिकरियों की मिली भगत से अवैध कालाबाजारी की हैं। लॉक डाउन में अवैध तरीके से बिक रहें गुटखा – पान मसाला की कीमतें 5 गुना ज्यादा कीमतों में बिका हैं। बाज़ारो में 20 रुपए की कीमत का बिकने बाला गुटखा 100 रुपए तक के भाव में बिका हैं। वहीं ऑनलॉक-1 में भी लॉक डाउन की अफवाहें उड़ी उस अफवाहों के बाज़ारो में भी कारोबारियों ने खूब जमकर कालाबाज़ारी की औऱ फ़िलहाल अभी भी इन कारोबारियों का अवैध कालाबाजारी का सिलसिला जारी हैं।