ग्वालियर। कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद एक युवक को डेढ घंटे बाद फेशियल पैरालिसिस (facial paralysis) का अटैक आ गया। इस तरह का यह प्रदेश में पहला मामला है। यह घटना चार दिन पुरानी है। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी लगते ही सोमवार को टीकाकरण अधिकारी ने प्रभावित व्यक्ति के घर पहुंचकर उसका फॉर्म एइएफआइ भरवाया है। अब यह पूरी जानकारी वह प्रदेश सरकार को भेंजेगे।
ग्वालियर शहर में गेडेवाली सड़क पर रहने वाले युवक ने 24 जून को दोपहर में टीकाकरण कराया। वह टीकाकरण (vaccination) के बाद अपने घर पहुंचे ही थे कि उन्हें अटैक आ गया, जिससे उनके एक तरफ के चेहरे कुछ टेडा हो गया है। इसे डॉक्टरी भाषा में ‘फेशियल पाल्सी’ (facial palsy) भी कहते हैं।
इसके बाद उन्होंने शहर के डॉक्टरों को दिखाकर इसका इलाज शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस तरह के कुछ और मामले सामने आए हैं। मोती महल के दो कर्मचारी भी ऐसे ही मामले में सामने आए हैं। वहीं एक मुरैना में पदस्थ एक कर्मचारी भी आया है। लेकिन वह सभी इस समय इलाज कराने में लगे हुए है। इसकी शिकायत किसी ने स्वास्थ्य विभाग में नहीं की है।
एक रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग सात सौ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें मरीज को वैक्सीन लगने के बाद अटैक का सामना करना पड़ा है। वैक्सीन के बाद सीरम इंस्टीट्यूट की तरफ से भी एक फॉर्म मंगवाया है। डॉक्टरों का कहना है, अभी तक मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन शुगर और बीपी अनियंत्रित होने से यह समस्या आ सकती है। इस तरह के प्रभाव दिखे तो छुपाए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य विभाग को बताएं और चिकित्सक की सलाह लें।
वैक्सीनेशन लगावाने से यह पता कर लें कि अगर किसी को पहले से शुगर और ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो उसे कंट्रोल में आने के बाद ही वैक्सीन लगवाना चाहिए। वहीं गंभीर एलर्जी वाले जैसे दवा या खादय पदार्थ वाले लोग वैक्सीन न लगवाएं।