ग्वालियर। ग्वालियर में पुलिस के हाथ एक फर्जी IPS ऑफिसर लगा है। यह खुद को दिल्ली में स्पेशल ब्रांच में पदस्थ बताकर पड़ोसियों पर रौब झाड़ता था। शहर के कई विभागों में अपने आईडी कार्ड का इस्तेमाल कर काम निकलवा लेता था। पूछताछ में उसने खुलासा किया है कि IPS का रौब दिखाकर कई युवतियों से दोस्ती और कुछ लोगों को झांसा दे चुका है। फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए फर्जी आईपीएस के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब उसका बैंक ग्राउंड पता लगा रही है।
ग्वालियर की थाटीपुर थाना पुलिस ने ट्रेनी IPS ऑफिसर बनकर लोगों को झांसा देने वाले विकास यादव निवासी पंचशील नगर को गिरफ्तार किया है। जब उससे पूछताछ की गई तो पता लगा कि वह खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच में पदस्थ बताकर आसपास रौब झाड़ता था। रौब जमाने के लिए वह IPS का आइडेंटिटी कार्ड भी अपने साथ रखता था। जहां जरूरत होती कार्ड दिखाकर अपना सिक्का जमाता था। करीब 6 महीने से वह इस तरह से लोगों को झांसा दे रहा था। उसका फर्जीवाड़ा आज सामने आया है। विकास IPS ऑफिसर बनकर घूम रहा है। दिल्ली से एक अफसर ने थाटीपुर पुलिस को इसके बारे में बताया तब पुलिस हरकत में आई विकास को तलाशा आशंका थी उसे पता चल गया कि उसका राज खुल गया है तो वो शातिर दिमाग फरार हो जाएगा , इसलिए पुलिस ने उससे जरूरतमंद बनकर मदद मांगी। विकास पुलिस की चाल समझ नहीं पाया उसने अफसर बनकर ही पुलिस से बात की अपनी लोकेशन भी बता दी तो उसे धर लिया।
1
पुलिस ने जब आरोपी के घर की तलाशी ली तो उसके घर से आईपीएस की फर्जी आईडी कार्ड मिला है। उसको पुलिस ने निगरानी में लिया है। इसके साथ ही वर्दी व अन्य सामान भी पुलिस ने जब्त किया है। पुलिस आरोपी के बैकग्राउंड के बारे में पता लगा रही है। एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया का कहना है कि एक शिकायत पर के बाद ठग को पकड़ा गया है। यह खुद को आईपीएस ऑफिसर बताकर रौब झाड़ता था। उसके पास से एक आईडी कार्ड भी मिला है। पुलिस फिलहाल पड़ताल कर रही है।