भोपाल। मध्यप्रदेश में एकबार फिर सुबह और शाम के मौसम में हल्की ठंडक घुल गई है। तेज हवाओं की वजह से मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। अगले 24 घंटे के दौरान भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी तो कुछ जगह हल्की बारिश होने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि एक नया सिस्टम बन रहा है। पाकिस्तान से आने वाली हवाओं का असर बुधवार से देखने को मिलेगा। इससे जबलपुर, सागर और भोपाल से लगे इलाकों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने के आसार है। मार्च के अंत तक ज्यादा तपिश नहीं होगी।
मार्च के शुरुआती 10 दिन तक अधिकतम तापमान 35 डिग्री से ज्यादा नहीं जाएगा। अंत तक यह ज्यादा से ज्यादा 38 डिग्री तक पहुंच सकता है। रात में यह 25 डिग्री से कम ही रहेगा। इस कारण मार्च में ज्यादा तपिश नहीं होगी। ऐसा पाकिस्तान से आने वाली हवाओं की वजह से होगा। लगातार सिस्टम बनते रहेंगे। दो से तीन दिन के अंतराल में नया सिस्टम बनेगा। इससे तापमान ज्यादा ऊपर नहीं जा पाएगा। ऐसा नहीं है कि बिल्कुल भी गर्मी नहीं रहेगी, वो तो रहेगी लेकिन तापिश ज्यादा नहीं होगी।
बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बना है। इसके साथ ही पश्चिमी, उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी हवाएं विपरीत हैं। यह पूर्वी मध्यप्रदेश यानी जबलपुर संभाग के आसपास मिल रही हैं। बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस कारण जबलपुर और इसके आसपास के इलाकों में बारिश हो रही है। हल्की बारिश और तेज हवाओं के कारण प्रदेश में सुबह और शाम हल्की ठंडक है।
2 मार्च से एक नया सिस्टम बन रहा है। यह काफी मजबूत है। इसका असर प्रदेश के कई इलाकों में दिखाई देगा। सबसे ज्यादा असर जबलपुर, सागर और भोपाल के आसपास के इलाकों में रहेगा। इंदौर और ग्वालियर-चंबल में भी हल्की बूंदाबांदी होने का अनुमान है। प्रदेश में तेज हवाओं के कारण दिन के बाद रात का पारा भी लुढ़क गया है। ग्वालियर, राजगढ़, उज्जैन, नौगांव और टीकमगढ़ में तो रात का पारा 3 डिग्री से भी ज्यादा नीचे आ गया। कई इलाकों में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे गिरकर 6 डिग्री तक आ गया। सबसे ज्यादा तापमान नर्मदापुरम (होशंगाबाद) और इंदौर में 16 डिग्री से ज्यादा रहा।