ग्वालियर। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं कोविड प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर ने अपने सरकारी आवास पर कोरोना संक्रमण काल में लोगों की मदद के लिए एक हेल्प डेस्क शुरू की है। इस हेल्पडेस्क का मकसद उन लोगों को कोरोना संक्रमण काल में मदद पहुंचाना है, जो अपने बीमार परिजन के इलाज से लेकर दवाइयों तक किसी भी प्रकार की मदद चाहते हैं। फिलहाल यह हेल्प डेस्क 24 घंटे लगातार काम कर रहा है। शुरुआती दौर में यहां मरीज संबंधी समस्याओं को लेकर रोजाना लगभग एक हजार कॉल आती थी। जो अब कुछ घट गई है। कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट होने से लोगों की मदद के लिए आने वाली कॉल भी कम हो गई है।
हेल्प डेस्क करेगी मरीजों की परेशानियों का समाधान…
दरअसल पिछले महीने कई बार ऐसे मौके आए जब कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के परिजनों ने ऑक्सीजन, हॉस्पिटल में बेड ,जीवन रक्षक दवाइयां और रेमडेसीविर इंजेक्शन को लेकर परेशानी में कई मर्तबा हंगामा किया था। अधिकारी ऐसे मौकों पर लोगों के फोन नहीं उठा रहे थे। जिससे उनकी समस्या कहीं ज्यादा बढ़ जाती थी। कई बार मैदान में डटे रहने के बावजूद कोविड प्रभारी मंत्री भी लोगों को उनकी समस्या का तुरंत ही निराकरण नहीं करा पा रहे थे। क्योंकि वह कुछ कॉलो को रिसीव कर पा रहे थे जबकि कुछ कॉल वेटिंग में चली जाती थी। जिन्हें वे कॉल बैक नहीं कर पाते थे। ऐसे में बीमार व्यक्ति अथवा उसके परिजन परेशान हो जाते थे। इसी मकसद को ध्यान में रखते हुए रेस कोर्स रोड स्थित अपने सरकारी आवास पर कोविड मंत्री तोमर ने यह हेल्प डेस्क शुरू की है।
इस तरह काम करता है हेल्प डेस्क…
हेल्प डेस्क में 4 कर्मचारी लगातार काम करते हैं। वह हर कॉल के बारे में पूरा डिटेल रखते हैं। उसके बाद यह सभी कॉल मंत्री तोमर तक पहुंचाई जाती है। वह चिकित्सक से लेकर दवा और अस्पताल में पलंग दिलाने तक की व्यवस्था फोन द्वारा कराते हैं। यदि किसी मरीज की समस्या कुछ गंभीर किस्म की होती है। तो खुद ऊर्जा मंत्री तोमर उसकी मदद के लिए आगे आते हैं। एक तरह से कोविड प्रभारी मंत्री का यह हेल्प डेस्क जिला प्रशासन चिकित्सकों और मंत्री के बीच सेतु का काम कर रहा है।