ग्वालियर। ग्वालियर में 21 जुलाई को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के मध्य प्रदेश के ग्वालियर दौरे को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट की दौड़ में शामिल अंचल के नेताओं में होर्डिंग्स बार छिड़ा हुआ। जिसके चलते एयरपोर्ट से लेकर वीरांगना समाधि स्थल और प्रियंका गांधी की आम सभा स्थल तक होर्डिंग्स से शहर को रंग डाला है और कांग्रेसी नेता इस बहाने अपनी ताकत शक्ति प्रदर्शन कर टिकट की दावेदारी करने में जुटे हैं।
ग्वालियर अंचल इस समय मध्य प्रदेश की राजनीति का हॉटस्पॉट बना हुआ है। क्योंकि 2018 में प्रदेश की सत्ता की चाबी इसी अंचल से कांग्रेस को मिली थी। लेकिन 2020 के समीकरण ने एक बार फिर बीजेपी को प्रदेश के सिंहासन पर बैठा दिया था। कांग्रेस दामन छोड़ कमल दल में महाराज के जाते ही अक्सर महल के खिलाफ रहने वाले कांग्रेसियों ने अपने आप को स्वतंत्र महसूस करना शुरू कर दिया था और इसकी तस्वीर भी अब सामने आने लगी है। प्रियंका गांधी के ग्वालियर दौरे पर आने से पहले कांग्रेसी नेताओं ने शहर को उनके स्वागत के लिए होर्डिंग्स और बेनरों से रंग डाला है। अधिकतर होल्डिंग्स उन नेताओं की शहर में लगी है जो टिकट की दावेदारी में जुटे हैं और अपने नेता के आगमन पर शक्ति प्रदर्शन दिखाकर टिकट पाना चाहते हैं। जब टिकट के दावेदार नेताओं से उनके मन की बात जानना चाही तो उनका कहना था कि पहले कांग्रेस पार्टी और आम कार्यकर्ता के बीच महल और महाराज बीच में रोड़ा बने रहते थे ? लेकिन अब परिस्थितियां अलग है हम लोग जनता के बीच रहकर सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं इसलिए टिकट की दावेदारी के लिए अपनी बात रखना कुछ गलत नहीं है। वैसे होर्डिंग्स हमने अपने नेता के स्वागत के लिए लगाए हैं।
बहरहाल ग्वालियर अंचल में इस बार कांग्रेस बगैर महाराज के चुनावी दंगल में महाराज को गद्दारी का सबक सिखाने के लिए उत्साह के साथ मैदान में है। लेकिन टिकट के दावेदार की बढ़ती संख्या ने टिकट वितरण करने वाले कांग्रेस नेताओं को परेशानी में डाल रखा है। क्योंकि अंचल की लगभग हर विधानसभा में डेढ़ दर्जन से अधिक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले दावेदार अपना शक्ति प्रदर्शन दिखा रहे हैं।