इंदौर। मध्य प्रदेश में 22 अगस्त को केंद्रीय मंत्री अमित शाह भोपाल के दौरे पर थे, लेकिन इसी दिन प्रदेश बीजेपी के दो और दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बीच इंदौर में मुलाकात हुई। जिससे प्रदेश के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया। वहीं आज इंदौर पहुंचे प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सिंधिया-विजयवर्गीय की मुलाकात पर बड़ा बयान दिया। दरअसल, प्रभार के जिले इंदौर पहुंचे मंत्री नरोत्तम मिश्रा से दो दिन पहले कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच हुई मुलाकात पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ”दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए परस्पर मुलाकातों का दौर नेताओं में जारी रहता है। लेकिन दोनों की मुलाकात से किसी भी तरह की नई राजनीतिक परिस्थितियां बनने की बात से नरोत्तम मिश्रा ने इनकार किया है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच सामान्य मुलाकात हुई है।
दरअसल, 22 अगस्त को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने बेटे महाआर्यमन सिंधिया के साथ इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय के घर पहुंचे थे, जहां दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी दिखी थी। सिंधिया काफी देर तक विजयवर्गीय के घर रुके, सिंधिया ने कहा की आज विजयवर्गीय जी से पारिवारिक मुलाकात हुई है, उन्होंने बीजेपी के आम कार्यकर्ता के तौर पर जो बीड़ा उठाया है, उसमें वह विजयवर्गीय के मार्गदर्शन में वह काम करते रहेंगे और उनके साथ मिलकर एक नई उमंग और नए जोश के साथ काम करेंगे।
दरअसल, सिंधिया के इसी बयान की प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में जमकर चर्चा हो रही है. क्योंकि कभी कांग्रेस में रहते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया विजयवर्गीय के धुर विरोधी माने जाते थे, इसके अलावा मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोशिएसन में भी दोनों नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई देखी जाती थी। लेकिन अब दोनों की मुलाकात भले ही सामान्य हो लेकिन दिग्गजों की इस मुलाकात से प्रदेश का सियासी पारा तो गर्माया ही है।