भोपाल। भोपाल में अपने आवास पर मीडिया से चर्चा में गृहमंत्री ने कांग्रेस की मीटिंग स्थगित होने पर कहा- अगली तारीख भी तय नहीं है। 24 मई, फिर 26 मई, अब आगे गई। तारीख पर तारीख! दरअसल, कांग्रेस में दो तरह के नेता हैं। एक जनप्रिय नेता हैं। कुछ दूसरे 10 जनपथ के प्रिय नेता हैं। कांग्रेस में जनप्रिय नेताओं की वाट लगा रखी है। मध्यप्रदेश में ही अगर हम देखें तो जीतू पटवारी, अरुण यादव को कोई पूछ नहीं रहा। हाशिए पर करने की कोशिश की जा रही है। 10 जनपथ के जो प्रिय हैं, उनको आगे बढ़ाते हैं। मध्यप्रदेश में दोनों डीके (दिग्विजय-कमलनाथ) कांग्रेस की वाट लगाए दे रहे हैं। कांग्रेस का हश्र समझ में आ रहा है। आप देखें तो राजस्थान में सचिन पायलट जो जनता के बीच के आदमी हैं। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल हैं। चारों तरफ बिनु पग चले सुने बिनु काना, करी विद कर्म करें विधि नाना (चौपाई सुनाते हुए कहा) वाली स्थिति है।
आज दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ मप्र कांग्रेस के नेताओं की चुनावी बैठक होनी थी, लेकिन यह बैठक राहुल गांधी की व्यस्तता के कारण टल गई। दिल्ली पहुंचे नेता (शंकर प्रताप सिंह (पूर्व विधायक), डॉ गोविन्द सिंह (नेता प्रतिपक्ष), एनपी प्रजापति (पूर्व विस अध्यक्ष), विवेक तन्खा (राज्यसभा सांसद), अरुण यादव (पूर्व केन्द्रीय मंत्री), कांतिलाल भूरिया (पूर्व केन्द्रीय मंत्री) बाएं से दाएं।
आज दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ मप्र कांग्रेस के नेताओं की चुनावी बैठक होनी थी, लेकिन यह बैठक राहुल गांधी की व्यस्तता के कारण टल गई। दिल्ली पहुंचे नेता (शंकर प्रताप सिंह (पूर्व विधायक), डॉ गोविन्द सिंह (नेता प्रतिपक्ष), एनपी प्रजापति (पूर्व विस अध्यक्ष), विवेक तन्खा (राज्यसभा सांसद), अरुण यादव (पूर्व केन्द्रीय मंत्री), कांतिलाल भूरिया (पूर्व केन्द्रीय मंत्री) बाएं से दाएं।
हिज्ब उत तहरीर (HUT) के संदिग्ध आतंकियों के पकड़े जाने के मामले पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा- अब इस पूरे मामले में NIA की टीम कल मध्यप्रदेश आई थी। HUT का पूरा जो ग्रुप पकड़ा गया था उनके अलग-अलग राज्यों और इंटरनेशनल कनेक्शन सामने आए थे। इस पूरे मामले में अब केस डायरी NIA को सौंप दी गई है। इस पूरे मामले में HUT के सदस्य के अलग-अलग जगह कुछ विदेशी कॉन्टेक्ट सामने आए हैं। इस पूरे मामले में अब पूरी जांच NIA द्वारा की जाएगी और जो भी होगा भविष्य में इनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। अब ये मामला NIA ने टेकओवर कर लिया है। मप्र में अशांति फैलाने वाला कैसा भी संगठन हो बख्शा नहीं जाएगा। मप्र शांति का टापू है, यहां कानून का राज है। कोई भी अशांति फैलाने की कोशिश करेगा तो फन कुचल दिया जाएगा।