भोपाल। पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की शिकायत पर एसटीएफ की एफआईआर में बीजेपी नेताओं और मंत्रियों के नाम पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। मिश्रा ने कहा कि शीशे के घरों में रहने वाले हम पर पत्थर कैसे फेंक देंगे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में एसटीएफ की एफआईआर में बीजेपी नेताओं के नाम पर कांग्रेस के आरोपों को लेककर जवाब दिया कि भारतीय जनता पार्टी में कोई खलबली नहीं है। कांग्रेस के आरोपों से ना आज तक खलबली मची है और ना आगे मचेगी। कांग्रेसी क्या आरोप लगाएंगे। शीशे के घरों में रहने वाले हम पर पत्थर कैसे फेंक देंगे। बता दें एसटीएफ ने 6 दिसंबर को दिग्विजय सिंह की 2014 की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन को लेकर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें आरोप है कि अधिकारियों के साथ मिलकर तत्कालीन सरकार के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आर्थिक लाभ के लिए गड़बड़ी की।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी खादी को लेकर आडंबर कर रहे है। हमारे प्रधानमंत्री ने खादी के लिए आह्वान किया तो आजादी के बाद से जितनी खादी नहीं खरीदी गई। उनके आह्वान पर सवा लाख करोड़ रुपए की खादी देश में खरीद ली गई। राहुल बाबा खादी से इतना ही लगाओ था तो विदेशी टीशर्ट पहन कर क्यों यात्रा कर रहे हो। अरें कम से कम इंटरव्यू दे रहे उसमें ही खादी पहन कर बैठ जाते। आपकी दो भाषीय बातें देश में सब समझते है।
मिश्रा ने कहा कि ओबीसी के साथ में कांग्रेस ने धोखा किया था। यह ओबीसी वर्ग बहुत अच्छे से जानता है। किस तरह से उन्होंने किस तरह अपनी सरकार में एक शिगुफा छोड़ा और फिर महाधिवक्ता तक कोर्ट में खड़े नहीं हुए फिर स्टे करा दिया। ओबीसी धोखा नहीं भूल सकता। यह शिवराज सिंह जी की सरकार हैं। प्रदेश के लोग जानते है कि हमारे तीन मुख्यमंत्री हुए अभी तक और तीनों ही उमा भारती, बाबू लाल गौर और शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग से आए। कांग्रेस तो शुरू से ही सोने का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए लोगों की पार्टी हैं।मिश्रा ने कहा कि वे अब इंदिरा कांग्रेस की जगह इंटरनेट कांग्रेस बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा नेताओं की स्थिति देखो। कोई खंभे पर चढ़ रहा है डीपी बदल रहा। कोई रिवाल्वर चला रहा है। फायरिंग हो रही हैं। यह स्थिति कांग्रेस की है। यह जनता सब देख रही है। वैसी भी कांग्रेस ट्वीटर, पोस्टर और बयानबाजी तक ही सीमित रह गई है। अब इंटरनेट कांग्रेस बना रही है। यह वर्चुअली कांग्रेस हो जाएगी। अब दूरदर्शन हो जाएंगे। इनके निकट से दर्शन नहीं होंगे।
कांग्रेस की चिंता करते तो यह स्थिति नहीं होतीऐसा लगता है कि कमलनाथ सशरीर भले ही दिलली में रहते हो। लेकिन उनकी आत्मा लालसा श्यामलाहिल्स पर ही भटकती रहती है। ऐसी कौन दिव्य दृष्टि है कमलनाथ जी हमें भी तो बताओ। आपको हमारी बैठक का हालचाल पता चल जाता है। इतनी चिंता जितनी आप हमारी बैठक की कर रहे हो। उतनी कांग्रेस की बैठक की कर ली होती तो 40 विधायक बगावत नहीं करते। ना सरकार जाती ना राष्ट्रपति के चुनाव में क्रास वोटिंग होती।