ग्वालियर। ग्वालियर में अल्प प्रवास पर गुरुवार दोपहर को पहुंचे प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को शराब पर बोलने का अधिकार नहीं है। क्योंकि वह महिलाओं के लिए अलग से सोप बार खोलने शराब की होम डिलीवरी कराने के हिमायती रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने नर्मदा किनारे की 64 शराब दुकानों को एक साथ बंद करने के आदेश जारी किए। इतना ही नहीं प्रदेश भर में शराब दुकान के बगल में चलने वाले अहाते भी बंद करा कर लोगों को शराबखोरी से विमुक्त करने की पहल की है।वहीं 10 सालों में एक भी शराब दुकान नहीं खोली गई है।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा नई शराब नीति को लेकर कमलनाथ के दिए बयान के परिपेक्ष्य में अपने प्रतिक्रिया दे रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित पिछड़े वर्ग संगठन से जुड़े कई लोग जातिगत जनगणना की प्रदेश में मांग कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग को आरक्षण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिया है ।कमलनाथ सिर्फ लोगों का ध्यान मुद्दों से हटाने का काम करते हैं ।लेकिन उन्होंने जातिगत जनगणना की मांग पर सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कमलनाथ सरकार की कई घोषणाओं पर सवाल किए। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने बेरोजगारों को भत्ता देने की बात कही थी किसानों का कर्जा माफ करने की बात कही थी लेकिन इन वादों का क्या हुआ इस पर वो कोई बात नहीं करते हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री एक दिन में तीन तीन स्थानों का दौरा करते हैं जबकि कमलनाथ का दौरा सिर्फ छिंदवाड़ा तक सीमित रहता है। इसलिए इस साल के अंत में होने वाले चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जाएगा ।उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सतना दौरे पर आ रहे हैं जहां उनका पलक पावडे बिछा कर स्वागत किया जाएगा। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री को एक मजबूत नेता बताते हुए कहा कि उनके समय में कश्मीर से धारा 370 हटाई गई लद्दाख को स्वायत्तता प्रदान की गई देश को एक तेजस्वी और यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह के रूप में मिला है जिससे देश मजबूती से आगे बढ़ रहा है।