ग्वालियर। ग्वालियर में शादी के बाद ससुराल पहुंची युवती के सपने कुछ समय में ही टूट गए और दस साल तक प्रताडऩा सहने के बाद जब उसने विरोध किया तो पति ने उसे घर से निकाल दिया और साफ शब्दों में कहा कि उसे व्यापार में घाटा हुआ है और वह मायके से पचास लाख रुपए लेकर आए, तब ही वह उसे घर में रखेगा। प्रताडऩा और दहेज की मांग से परेशान पीडि़ता थाने पहुंची और मामले की शिकायत की। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
गोविन्दपुरी निवासी रूबी का विवाह वर्ष 2013 में मुम्बई निवासी अनुराग से हुआ है। रूबी का यह दूसरा विवाह था और उसके पहले पति का सड़क हादसे में देहांत हो गया था और उसके दो बच्चे है। शादी में उसके पिता ने मांग के अनुसरा दान दहेज दिया था। शादी के बाद जब वह ससुराल पहुंची तो वहां पर कुछ ही दिन बाद पता चला कि उसके पति का यह तीसरा विवाह है जो जानकारी उसने छिपा कर रखी थी। जब इस बारे में अनुराग से बात की तो वह उस पर नाराज हुआ और मारपीट करना शुरू कर दिया। छोटे बच्चों और परिवार को बनाए रखने के लिए रूबी यह सहन करने लगी तो अनुराग उसे प्रताडि़त करने लगा।
इसी बीच व्यापार में घाटे की कहकर अनुराग ने उससे पचास लाख रुपए मायके से लाने की कहा, जब रूबी ने इनकार किया तो उसने बच्चों सहित घर से निकाल दिया। घर से निकाले जाने के बाद रूबी अपने मायके आई और पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
पीडि़ता ने बताया कि उसकी पति की मौत के बाद मुआवजे में मिले रुपयों की एफडी करा दी थी, जो अब तीस लाख रुपए की हो गई थी। इन रुपयों को भी व्यापार के घाटे की कहकर अनुराग ने ले लिए है। महिला थाना प्रभारी अनीता मिश्रा का कहना है कि पीडि़ता की शिकायत पर व्यवसायी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले दो बार उनकी काउसंलिंग कराई, लेकिन बात नहीं बनी। जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।