इंदौर।लिवर मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है, जो पाचन में मदद करता है, ऊर्जा को संग्रहीत करता है और शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। लेकिन जब लिवर की दीवारों पर फैट जमा होने लगता है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है।
फैटी लिवर के प्रकार
1. नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर
2. अल्कोहोलिक फैटी लिवर
दुखद पहलू यह है कि दुनियाभर में लगभग 100 मिलियन लोग इस समस्या से पीड़ित हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर को इसका पता तक नहीं होता। यह समस्या शरीर में अतिरिक्त इंसुलिन की उपस्थिति को भी दर्शा सकती है।
जब हम शुगर और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर आहार लेते हैं, तो यह लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इससे ग्लूकोज ट्राईग्लिसराइड्स में बदल जाता है, जो लिपोजेनेसिस प्रक्रिया के जरिए लिवर और उसके आसपास के अंगों में जमा हो जाता है। यह स्थिति हार्ट अटैक और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है।
फैटी लिवर हेपेटिक स्टीटोसिस
फैटी लिवर को हेपेटिक स्टीटोसिस भी कहा जाता है। इसके प्रमुख कारण हैं:
-मोटापा
-डायबिटीज
-उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड्स
-शराब का सेवन
-अनुवांशिक कारक
फैटी लिवर के लक्षण
फैटी लिवर की पहचान अक्सर देर से होती है। इसलिए इसके लक्षणों को समय पर समझना बेहद जरूरी है
– अत्यधिक थकान और कमजोरी
– ओवरवेट या मोटापा
– पेट फूलना (ब्लोटिंग)
– सीने में जलन
– त्वचा पर रैशेस
– सिरदर्द
– अत्यधिक पसीना आना
– अपच
फैटी लिवर को रिवर्स करना संभव
लिवर का सबसे खास पहलू यह है कि इसे सही पोषण और खानपान से पुनर्जीवित किया जा सकता है। यदि आपको भी फैटी लिवर की समस्या है, तो इन उपायों को अपनाकर इसे आसानी से रिवर्स किया जा सकता है:
1. रिफाइंड शुगर और कार्बोहाइड्रेट का सेवन बंद करें।
2. डाइट में कच्ची सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ाएं।
3. हेल्दी फैट्स शामिल करें जैसे मछली, ऑलिव ऑयल, तिल का तेल, नारियल तेल आदि।
4. सॉल्युबल फाइबर का सेवन करें, जैसे नाशपाती, सेब, स्प्राउट्स, पत्तागोभी आदि।
5. लिवर पर दबाव डालने वाले पदार्थों से बचें, जैसे शराब और कॉफी।
6. हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स से दूरी बनाएं।
7. एक बार में अधिक भोजन करने से बचें।
8. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
9. नियमित व्यायाम करें।
लिवर की देखभाल के लिए सख्त नियम अपनाएं
लिवर को रिपेयर और फैटी लिवर को रिवर्स करने के लिए इन सभी उपायों के साथ लिवर टॉनिक का उपयोग भी किया जा सकता है। सही दिनचर्या और पोषण से आपका लिवर दोबारा स्वस्थ हो सकता है।