रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सांसद जनार्दन मिश्रा एक बार फिर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने कांग्रेसियों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर कांग्रेसियों में हिम्मत है तो वह उन्हें चौराहे पर जिंदा जला सकते हैं। इस बयान से प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है और कांग्रेस-बीजेपी के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
सांसद का बयान और चुनौती
मिश्रा ने यह बयान रीवा के त्योंथर में आयोजित स्वच्छता सेवा कार्यक्रम से पहले दिया। उन्होंने कहा, “कांग्रेसियों द्वारा मेरा पुतला जलाने की हिम्मत है तो मैं बीच चौराहे पर खड़ा हो जाता हूं, वह मुझे जिंदा जलाकर दिखाएं।” उनके इस बयान से साफ है कि वह कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं और खुली चुनौती दे रहे हैं।
कार्यक्रम में नहीं होंगे शामिल
जनार्दन मिश्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह त्योंथर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे और इसके बजाय मऊगंज में प्रभारी मंत्री के कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस फैसले को लेकर भी राजनीतिक हलकों में चर्चा हो रही है, क्योंकि यह कार्यक्रम कांग्रेस के कद्दावर नेता स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा था, जहां मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होने वाले थे।
पूर्व नेता श्रीनिवास तिवारी पर हमला
सांसद जनार्दन मिश्रा ने पूर्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता रहे स्व. श्रीनिवास तिवारी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “जब तिवारी जी इस क्षेत्र के सर्वेसर्वा थे, तब रीवा की सड़कें गड्ढों से भरी हुई थीं। लोग कहा करते थे कि ‘दादा न आहीं दऊ आए, वोट न देहा तऊ आए’। यह कैसे दऊ थे जो अपने कार्यकाल में सड़कें तक नहीं सुधार पाए।”
बीजेपी और कांग्रेस के शासन की तुलना
सांसद मिश्रा ने बीजेपी और कांग्रेस के शासन के बीच तुलना करते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब सड़कों की हालत बदतर थी। वहीं, आज अगर एक भी गड्ढा सड़कों पर आ जाता है, तो अखबारों में शिकायतें आने लगती हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि शुक्ल के प्रयासों से रीवा की सड़कों की हालत में बड़ा सुधार हुआ है।
राजनीतिक माहौल गर्म
मिश्रा के इस बयान से रीवा और विंध्य क्षेत्र की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस ने उनके बयान की निंदा की है और इसे आपत्तिजनक करार दिया है। वहीं, बीजेपी सांसद मिश्रा अपने रुख पर कायम हैं और कांग्रेस पर तीखे हमले कर रहे हैं।
जनार्दन मिश्रा का यह बयान मध्य प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में नई बहस को जन्म दे चुका है। उनके द्वारा दी गई चुनौती ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच पहले से ही चल रहे सियासी टकराव को और बढ़ा दिया है।