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Sunday, November 17, 2024

लोगो को पीने का पानी नहीं मिला तो, बोतल में भरी खुद की टॉयलेट 

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झारखंड। झारखंड के त्रिकूट पहाड़ी पर देवघर रोपवे दुर्घटना में बचे लोगों ने अपना भयावह दर्द अब लोगों के साथ शेयर किया है। आपको बता दें कि इस हादसा में 5 लोगों की मौत हो गई है और बाकी सभी लोगों को बचा लिया गया है। जो लोग इस भयावह हादसे में बच गए है, अब उन्होंने अपना दर्द लोगों से शेयर किया है। झारखंड के देवघर में परिवार के 6 लोगों के साथ ट्रॉली में फंसे उत्तरजीवी विनय कुमार दास ने कहा कि जब हम फंस गए थे, तो हमने पीने के पानी की एक बोतल में पेशाब कर दिया था। हमें डर था कि यदि हमें समय पर पानी नहीं मिला तो इसका इस्तेमाल करना पड़ सकता है।

 

झारखंड में देवघर रोपवे हादसे के करीब 45 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है। हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म होने के चंद घंटे पहले मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक महिला गिर गई। रेस्क्यू के दौरान रस्सी टूटने से यह हादसा हुआ और महिला की मौत हो गई। इस हादसे में 15 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। रोपवे हादसे में कुल 5 लोगों की मौत हो गई है। वायु सेना, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के साथ गरुड़ कमांडो इस बचाव अभियान में शामिल थे। सेना के MI-17 हेलीकॉप्टर 2000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे थे और हवा का दबाव बढ़ने के कारण लोगों को निकालने में काफी परेशानी हो रही थी।

 

बच्चा बोला, जब हेलीकॉप्टर से खींचा तो बहुत मजा आया रोपवे ट्रॉली में फंसे बिहार के मधुबनी जिले के एक व्यक्ति ने कहा कि जब हम फंस गए तो ऐसा लग रहा था कि हम अपनी जान गंवा देंगे, लेकिन बचाव दल ने हमें बचा लिया। रेस्क्यू के दौरान बचाए गए एक बच्चे ने कहा कि हमें बहुत मजा आया, जब हेलीकॉप्टर की रस्सी खींची गई तो हमें बहुत अच्छा लगा। गौरतलब है कि झारखंड के सबसे ऊंचे रोपवे त्रिकूट, देवघर में रविवार शाम करीब 5 बजे दो केबल कारों के टकरा जाने से 70 लोग फंस गए, जिसके कारण परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया था।

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