भोपाल :- मध्य प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के 8 दिन बीत जाने के बावजूद विभाग नहीं बटने पर बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने गुरूवार को कहा कि यदि वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण विभाग बटवारे में विलंब हो रहा है, तो सिंधिया को गंभीरता से विचार करना चाहिए।
सतना सांसद गणेश सिंह ने मीडिया को एक विज्ञप्ति जारी की है। इसमें उन्होंने कहा है कि सिंधिया का प्रदेश की राजनीति में एक ऊंचा कद है। उनके प्रति पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के मन में एक अलग आदरपूर्वक सम्मान है। यदि उनकी वजह से मंत्रियों के विभागों के बटवारे में विलंब हो रहा है, तो उन्हें गंभीरता से विचार करना चाहिए।
प्रदेश की जनता एक बेहतर सरकार के रूप में शिवराज के नेतृत्व में काम करते हुए देखना चाहती है। गणेश सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के किसी भी विभाग को छोटे-बड़े होने के दायरे से नहीं देखना चाहिए। यह तो उस मंत्री की कार्य कुशलता पर निर्भर करता होगा कि कौन कैस उसे चलाने की सामथ्र्य रखता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा में सभी का उद्देश्य बेहतर सरकार देना है। बेहतर कार्य करके समस्याओं का समाधान करना है। जहां तक विभागों के वितरण का मामला है, यह विशेषाधिकार सिर्फ मुख्यमंत्री का है। इस पर किसी को दखल नहीं देना चाहिए। क्योकि कार्य के परिणाम की जवाबदारी अंतत: मुख्यमंत्री की ही होती है।
मुख्यमंत्री ने दो जुलाई को 20 कैबिनेट और आठ राज्य मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया है, लेकिन कथित तौर पर विभागों के वितरण को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण अभी तक मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण नहीं हो पाया है। इस बात को लेकर सरकार विपक्षियों के निशाने पर भी है।