इंदौर। इंदौर की एक महिला नर्सिंग ऑफिसर सेक्सटॉर्शन का शिकार हो गई। नर्सिंग ऑफिसर को पहले वॉट्सऐप पर लोन रिकवरी के लिए धमकी भरे मैसेज आए, जबकि उन्होंने कोई लोन लिया ही नहीं। जब डिमांड पूरी नहीं की गई तो आरोपी ने नर्सिंग ऑफिसर के एडिटेड न्यूड फोटो-वीडियो रिश्तेदारों को भेज दिए। इसके बाद उन्हें लगातार फोन आने लगे। जब पीड़िता साइबर पुलिस के पास पहुंची तो शिकायत दर्ज नहीं की गई। आवेदन देकर लौटा दिया। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वही पीड़िता ने बताया की, पहला मैसेज 7 जुलाई को आया। इसमें किसी HUGO LOAN APP का जिक्र था। मैंने किसी कंपनी से लोन नहीं लिया तो मैसेज इग्नोर कर दिया। इसके बाद CASHY APP, तो कभी HOLY APP से मैसेज आने लगे। मैंने इन ऐप्स को कभी डाउनलोड ही नहीं किया। अगले दिन अनजान नंबर से कॉल आया। मैं कॉल रिसीव नहीं कर पाई। बाद में वॉट्सऐप चेक किया तो उसी चाइनीज ऐप से धमकी भरा मैसेज था। इस बार लिखा था- 3 हजार रुपए चुकाओ, नहीं दिए तो आधार कार्ड से मुंडी निकालकर न्यूड फोटो में लगाकर कॉन्टैक्ट लिस्ट में वायरल कर देंगे। मैसेज के बाद धमकी भरे वॉइस नोट भी थे। 20-25 मिनट बाद मेरे पास दोस्तों और रिश्तेदारों के कॉल आने लगे। भाई और पिता के पास भी मेरी एडिट की हुई तस्वीर पहुंच गई थी। आरोपियों के पास मेरे फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट थी। उन्होंने मेरा फोन हैक कर लिया था।
पीड़िता ने बताया, वह साइबर पुलिस के पास पहुंची। यहां रिपोर्ट लिखना तो दूर, पुलिस ने पूरी बात भी नहीं सुनी। एफआईआर की जिद पर अड़ने के बाद पुलिस ने शिकायती आवेदन लिया। तीन दिन तक लगातार थाने के चक्कर काटने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई
साइबर एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया, ऐसी कोई शिकायत की जानकारी मुझे नहीं है। पीड़िता थाने आएगी, तो उसकी पूरी बात सुनने के बाद इस मामले में कार्रवाई कराऊंगा। 2 लाख रुपए से ज्यादा राशि के फाइनेंशियल फ्रॉड के मामले हम फाइल करते हैं। इससे कम राशि का मामला होने पर संबंधित थाने को मामले की जांच दे देते हैं। लड़कियों और महिलाओं के मामले में शिकायत को सुनने के बाद जरूरी कार्रवाई करते हैं।