ग्वालियर। बीते दो दिन में अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य के कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी व न्यूरो सर्जरी विभाग में 41 मरीज गंभीर हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हेमरेज के भर्ती हुए हैं। ये मामले शनिवार सुबह से सोमवार की रात के बीच आए हैं।
कार्डियोलॉजी के आईसीयू में अभी 73 मरीज हैं। लगातार ठंड बढ़ती जा रही है। इस तरह के मामलों में इजाफा हो रहा है। हार्ट अटैक के मामलों में एक सप्ताह में 15 फीसदी की वृद्धि हुई है। ब्रेन हेमरेज के मामले 25 फीसदी बढ़े हैं। यह आंकड़ा तो शहर के शासकीय अस्पताल का है, प्राइवेट हॉस्पिटल के आंकड़े इसमें जोड़ दें, तो बीते दो दिन में एक सैकड़ा से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं।
बात दे बीते दो दिन रविवार और सोमवार को न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज हुआ है। यह बीते 27 साल में अभी तक सबसे कम है। इससे पहले 1994 में दिसंबर में पारा इससे नीचे गया था। लगातार 2 डिग्री और उसके नीचे बने तापमान के कारण शहर के अस्पताल में हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ने लगे हैं। मौसम विभाग ने अभी आने वाले दिनों में ठंड का कहर और बढ़ने की चेतावनी दी है जो दिल और दिमाग के मरीजों के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। इस बार की सर्दी में अस्पतालों में पिछले वर्षों की तुलना में हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ी है। अंचल के सबसे बड़े हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग में शनिवार की शाम तक 63 हार्ट अटैक के पेशेंट भर्ती थे। 19 और 20 दिसंबर को तापमान अचानक नीचे गिरा तो 48 घंटे में ही 10 गंभीर हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं। कुल हार्ट अटैक के पेशेंट 73 हो गए हैं। माइनर अटैक वालों की संख्या कहीं ज्यादा है। निजी अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या एक सैकड़ा के करीब है। बीते 7 दिन में 15 फीसदी से ज्यादा केस बढ़ गए हैं।
ठंड का असर सिर्फ दिल पर ही भारी नहीं पड़ रहा है, बल्कि यह दिमाग पर भी भारी है। लगातार कम हुए तापमान के कारण बीते 48 घंटे में जयारोग्य के न्यूरोलॉजी व न्यूरोसर्जरी में 31 मरीज ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज के आ चुके हैं। ठंड के कारण दिमाग पर असर पड़ता है। न्यूरोलॉजी में गंभीर ब्रेन हेमरेज के मरीज आ रहे हैं। बीते 7 दिन में 20 फीसदी की वृद्धि हुई है।