ग्वालियर। मार्च माह में तीन ग्रह अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। जिसमे सबसे पहले बुध ग्रह सबसे पहले राशि परिवर्तन करेंगे। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि बुध ग्रह 6 मार्च रविवार की सुबह 11:31 पर मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद 19 मार्च, को बुध ग्रह इसी राशि में अस्त हो जाएंगे। उसके बाद 24 मार्च को यह मीन राशि में गोचर करेंगे और सूर्य के साथ युति बनाकर बुद्धादित्य योग बनाएंगे। उसके बाद सूर्य ग्रह 14 मार्च की मध्य रात्रि 12:15 से कुंभ राशि से मीन राशि मे गोचर करेंगे।
वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सभी नौ ग्रहों के बीच राजा का दर्जा प्राप्त है और इसे आत्मा का कारक भी कहा जाता है। सूर्य पुरूष की जन्म कुंडली में पिता का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि महिला की कुंडली में यह पति को दर्शाता है। अग्नि ग्रह सूर्य जल तत्व की राशि मीन में प्रवेश करने जा रहा है। साथ ही सबसे बड़े ग्रह गुरू 23 मार्च को उदय हो जाएंगे। जिससे सभी शुभ कार्य प्रारंभ होंगे। 31 मार्च सुबह 08:38 से शुक्र ग्रह मकर राशि से शनि की कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और अपने दुश्मन ग्रह गुरू के साथ युति करेंगे। यह गोचर आपके लिए शुभ फलदाई रहेगा। शुरुआत में कर्म स्थान में चंद्र और शुक्र की युति कार्यक्षेत्र में प्रगतिकारक स्थिति का संकेत दे रही है।
प्रतिष्ठित लोगों के साथ पहचान से सरकारी काम पूरे होंगे। सरकार की तरफ से यश, मान, प्रतिष्ठा मिलेगी तथा लाभदायी कार्य पूरे कर सकेंगे। शुक्र जातक के जीवन में रोमांस, उत्साह और श्रद्धा का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही शुक्र विवाह और प्रेम संबंध का कारक होने के कारण, यह पुरूष जातकों की कुंडली में पत्नी व जीवनसाथी का प्रतिनिधित्व भी करता है। किसी जातक की कुंडली में शुक्र की मजबूत स्थिति उसकी शारीरिक बनावट, रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को दर्शाती है।