शाजापुर । शाजापुर में एक हैरान कर देने वाली घटना उस समय सामने आई जब एक बुजुर्ग डिप्टी कलेक्टर के पैर पर गिरकर गिड़गड़ाने लगा। दरअसल, बुजुर्ग की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है, जिसे छुड़ाने की फरियाद लेकर वह परिवार के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा था। शाजापुर में मंगलवार को जन सुनवाई के दौरान 80 वर्षीय दलित बुजुर्ग बद्रीलाल ने डिप्टी कलेक्टर अजीत श्रीवास्तव के पैर पकड़कर जमीन पर कब्जा दिलाने की गुहार लगाई। बद्रीलाल जनसुनवाई में अपनी पत्नी, बहू और पोतों के साथ आया और जनसुनवाई कर रहे डिप्टी कलेक्टर के पैर में गिरकर गिड़गिड़ाने लगा और कहा मैं परेशान हो गया, मेरी जमीन दिला दो। डिप्टी कलेक्टर ने बुजुर्ग से कहा ये किसने बोला, ऐसा करने के लिए। खड़े हो, इस तरीके से नहीं किया जा सकता।
बुजुर्ग ने कहा आप मेरे जिले के भगवान हो बुजुर्ग कई सालों से जनसुनवाई में अपनी गुहार लगा चुका है। कलेक्टर कार्यालय में धरने पर बैठ गया, लेकिन जिला प्रशासन उसकी सुनने के लिए तैयार नहीं। डिप्टी कलेक्टर जनसुनवाई में मीडियाकर्मियों पर भी भड़क उठे और उन्हें कवरेज करने से रोक दिया। शाजापुर के बद्रीलाल (पिता रामा जी) की 2 बीघा जमीन कृषि उपज मंडी के पास में स्थित है। इस भूमि का सर्वे क्रमांक 133 एवं रकबा 0.41 हेक्टेयर है। इस भूमि में से डेढ़ बीघा जमीन पर 2002 में चार फर्जी रजिस्ट्री के माध्यमों से कब्जा कर लिया गया। उसके बाद बद्रीलाल ने जिला प्रशासन के सामने गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सुनवाई न होने पर बद्रीलाल ने सिविल न्यायालय शाजापुर में वाद दायर किया और सिविल न्यायालय ने चारों रजिस्ट्री को शून्य घोषित कर दिया। उसके बाद से लेकर आज तक बद्रीलाल अपनी जमीन पर कब्जा नहीं कर सका। दबंगों ने उसकी डेढ़ बीघा भूमि के अलावा आधा बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया।