ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गीज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया नागरीय उड्डयन मंत्री बनने के बाद पहली बार ग्वालियर आ रहे है। इसको लेकर बीजेपी और सिंधिया समर्थकों के द्वारा शहरभर में स्वागत पोस्टर लगाए जा रहे है। वही कांग्रेस ने भी शहर में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के स्वागत में पोस्टर लगाए गए हैं, लेकिन ग्वालियर-चंबल अंचल की राजनीति में अपना बड़ा स्थान रखने वाले और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शामिल स्व. माधवराव सिंधिया को कांग्रेस के पोस्टर से गायब कर दिया है, जबकि बीजेपी के लगभग हर पोस्टर पर स्व. माधवराव सिंधिया को स्थान दिया गया है। वही अंचल के दिग्गज नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भी इन पोस्टरों में जगह नहीं मिली है।
इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी तेजी से चर्चा का विषय बन गया है। आखिर अंचल में कांग्रेस पार्टी ने अपने ही शीर्ष नेता स्व. माधवराव सिंधिया से आखिर क्यों दूरी बना ली है। वही शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा का कहना है कि स्वर्गवासी माधवराव सिंधिया कांग्रेस पार्टी के सीनियर लीडर है और पार्टी उनका हमेशा से सम्मान करती आ रही है। यही कारण है कि पार्टी के कार्यालय में भी उनकी मूर्ति को स्थापित किया गया है, कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा पोस्टर्स में उनको स्थान नहीं दिया गया हो, लेकिन पार्टी की उनके प्रति आस्था कभी कम नहीं होगी।
आपको बतादें कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार अपने तीन दिवसीय दौरे पर ग्वालियर आ रहे हैं। इस दौरान शहर में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे, उनका काफिला मुरैना होते हुए ग्वालियर पहुंचेगा। जिसके चलते शहर भर में 50 हजार से अधिक बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। अब इन पोस्टरों में स्वर्गीय माधवराव सिंधिया को जगह दी गई है, तो कांग्रेस के बैनर में जगह ना होने के कारण कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में भी हलचल है कि बीजेपी अपने वोट बैंक की राजनीति करती है। वही माना यह भी जा रहा है कि शहर में कई पोस्टरों में स्व. माधवराव सिंधिया को दिखाया गया है, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई को इन पोस्टरों में नहीं हैं।