भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। बंगाल की खाड़ी में भीषण चक्रवात तूफान मोका बन चुका है, लेकिन उसका भी मध्य प्रदेश के मौसम पर कोई असर नहीं हो रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में आसमान पूरी तरह साफ है। मध्य प्रदेश पर सूर्य की सीधी किरणें पड़ रही हैं। पड़ोसी राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में भी जबर्दस्त गर्मी पड़ रही है। हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। गर्म हवाओं के थपेड़ों से मध्य प्रदेश में भी बदन झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। शुक्रवार को रतलाम, धार में लगातार दूसरे दिन भी लू रही थी। साथ ही प्रदेश के 25 शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज हुआ था। शनिवार को चार से अधिक शहर लू की चपेट में आ सकते हैं। राजधानी भोपाल में भी सुबह से ही गर्मी के तेवर काफी तीखे दिख रहे हैं। शनिवार को भोपाल शहर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस या इससे ऊपर जाने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है, लेकिन यह मौसम प्रणाली काफी कमजोर है। इस वजह से इसका असर मध्य प्रदेश के मौसम पर नहीं पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश और इसके आसपास के राज्यों में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। मर्इ माह में मध्य क्षेत्र में सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ती हैं। साथ ही हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। लगातार गर्म हवा चलने के कारण राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। तापमान बढ़ने का सिलसिला अभी बना रहने की संभावना है। शनिवार को रतलाम, धार के अलावा तीन–चार अन्य शहरों में भी लू चल सकती है। राजधानी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य रहा था। शनिवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है।