एक रुपए में मिलेगी 22 हेक्टेयर भूमि
- ग्वालियर में बनने वाले देश के पहले दिव्यांग स्टेडियम के लिए मंजूरी दे दी है।
- केंद्र का निर्माण ट्रिपल आईटीएम के सामने 22 हेक्टेयर भूमि एक रुपए
में उपलब्ध कराई जाएगी। - खेल केंद्र के प्रस्ताव को केंद्र की मोदी सरकार पूर्व में ही अनुमति दे चुकी है।
- ग्वालियर में प्रस्तावित खेल केंद्र को सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत किया जाएगा।
- इस सेंटर द्वारा सृजित उन्नत बुनियादी सुविधाओं के बल पर खेल की गतिविधियों में भी
निशक्तजनों की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। - दिव्यांगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जाएगा।
देश के दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए ग्वालियर में नई राह खुलने जा रही है। प्रदेश सरकार ने देश के पहले दिव्यांग खेल केंद्र (स्टेडियम) के लिए ग्वालियर के ट्रिपल आईटीएम के सामने 22 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर दी है। मंगलवार काे कैबिनेट बैठक में जमीन देने की मंजूरी दी गई। यह देश का पहला खेल केंद्र होगा, जिसमें दिव्यांग खिलाड़ी न सिर्फ खेलों का हुनर सीखेंगे बल्कि पढ़ाई भी कर सकेंगे। सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग इसके निर्माण पर 170 कराेड़ रुपए खर्च करेगा।
विभागीय अफसराें के मुताबिक इस स्टेडियम में खेल मैदान के साथ खिलाड़ियाें के ठहरने के लिए हाॅस्टल की व्यवस्था रहेगी। उनकी शिक्षा के साथ स्पेशल ट्रेनिंग भी विभाग की देखरेख में होगी। स्टेडियम में प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिए तैयार किया जाएगा। इसके अलावा अब शहर में भी पैरालिंपिक जैसे बड़े आयोजन के रास्ते खुलेंगे।
यहां देशभर के दिव्यांग बच्चाें काे उनकी याेग्यता और मैरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। विधानसभा उपचुनाव के लिए लागू हाेने वाली आचार संहिता से पूर्व इस खेल केंद्र के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया जा सकता है। ऐसा हुआ ताे दाे साल में यह खेल केंद्र तैयार हाे जाएगा। इसका ड्राॅइंग और डिजायन तैयार हाे चुका है।
एरिया: 22 हेक्टेयर
बजट: 170 कराेड़
समयसीमा: 2 साल
ये हाेगा खास खेल केंद्र में
आउटडोर एथलेटिक्स स्टेडियम, इनडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बेसमेंट पार्किंग सुविधा, दो स्वीमिंग पूल, एक कवर और एक आउटडोर, क्लास रूम के साथ हाई परफाॅर्मेंस सेंटर, एथलीट्स के लिए हॉस्टल, स्पोर्ट्स एकेडमिक एंड रिसर्च, चिकित्सा सुविधा, प्रशासनिक ब्लॉक
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