इंदौर। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में इंदौर को 2300 करोड़ रुपये की पांच सड़क परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने सेतुबंध योजना के तहत इंदौर में पांच नए ओवरब्रिज बनाने की घोषणा भी की। इंदौर के पश्चिमी रिंग रोड को बनाने और पूर्वी क्षेत्र के बायपास को पूरी तरह एलिवेटेड बनाने पर सहमति दी। प्रदेश के अधिकांश शहरों के लिए ओवरब्रिज की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 से पहले मैं मध्य प्रदेश में चार लाख करोड़ रुपये के विकास कार्य पूरे कर दूंगा।
इंदौर के ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के तहत इंदौर में 119 किमी लंबी पांच सड़क परियोजनाओं और एक वे साइड अमेनिटी केंद्र का गडकरी और शिवराज सिंह ने रिमोट का बटन दबाकर शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर व प्रदेश के लिए विभिन्न योजनाओं की मांग मंच से की। जिस पर गडकरी ने सभी पर एक सुर में हामी भर दी। उन्होंने कहा- स्वराज को सुराज में बदलना हमारा लक्ष्य है। देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकास के कार्य हो रहे हैं। यह जनता के प्रति हमारी जिम्मेदारी है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा- केंद्रीय मंत्री गडकरी हमारे अतिथि नहीं, बल्कि घर के सदस्य हैं। जब वे केंद्रीय मंत्री बने तो मैं इनके पास गया और बोला कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। पूर्व सरकार के समय मैंने राज्य मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बनवा दिया। सोचा था विकास होगा, लेकिन सड़कों की हालत खराब है। तब गडकरी ने कहा कि थोड़ा धैर्य रखिए। आज प्रदेश में बेहतर सड़कों का नेटवर्क है। पौराणिक कथाओं में हम कल्पवृक्ष के बारे में सुनते थे। गडकरी ऐसे ही कल्पवृक्ष हैं। यह मामा अपने पूरे प्रदेश के लिए आपसे विकास की योजनाएं मांग रहा है। इंदौर में यातायात की समस्या है। हम चाहते हैं कि सड़क के बजाय अब हवा में आवागमन हो। हमें मल्टी लेवल पार्किंग की जरूरत है। चंबल में डाकू हमने खत्म कर दिए हैं। अब यहां विकास के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग बने। इंदौर अगले 10 सालों में बेंगलुरु जैसे शहरों से आगे होगा।
सेतुबंध योजना के तहत इंदौर में पांच, भोपाल में तीन, सागर में तीन, ग्वालियर में दो, जबलपुर में तीन, रतलाम में एक, खंडवा में एक, धार में एक, छतरपुर में एक और विदिशा में एक ओवरब्रिज की घोषणा। दो माह में प्रदेश के 14 स्थानों पर रोपवे बनेंगे। उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर, रामराजा मंदिर ओरछा, ग्वालियर किला से फूलबाग, कोकता से नादरा बस स्टैंड भोपाल, गोल जोड़ तिराहा से न्यूमार्केट भोपाल, रहली पाटन मार्ग से टिकीटोरिया माता मंदिर रहली, मांडू प्रवेश द्वार से रूपमती महल, सिद्धवरकूट जैन मंदिर से राजेश्वर आश्रम ओंकारेश्वर, नर्मदा तट से सैलानी टापू ओंकारेश्वर, रनेहफाल से केन नदी तट खजुराहो, रायसेन पार्किंग से रायसेन किला, शिव मंदिर से चौरागढ़ पचमढ़ी, पातालकोट तामिया तथा अमरकंटक में दूध धारा से कपिल धारा स्थल चयनित किए गए हैं।