ग्वालियर। भारत और बांग्लादेश के बीच तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 6 अक्टूबर को ग्वालियर के माधवराव सिंधिया इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच के साथ ग्वालियर 14 साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करेगा। इससे पहले 2010 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था। नए स्टेडियम में 30,000 दर्शकों की क्षमता है, और इसे लेकर क्रिकेट प्रशंसकों में उत्साह चरम पर है।
भारतीय टीम का पलड़ा भारी
टी-20 मुकाबलों में भारतीय टीम का बांग्लादेश पर स्पष्ट दबदबा है। अब तक दोनों टीमों के बीच 14 टी-20 मैच खेले गए हैं, जिनमें से 13 में भारत ने जीत दर्ज की है। बांग्लादेश केवल एक मैच में जीत हासिल कर सका है। आखिरी बार जून 2024 में दोनों टीमों के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें भारत ने बांग्लादेश को 50 रन से हराया था।
प्रैक्टिस सेशन में पसीना बहाते भारतीय खिलाड़ी
मैच से पहले भारतीय टीम ने ग्वालियर में प्रैक्टिस सेशन किया, जिसमें खिलाड़ियों ने जमकर पसीना बहाया। खासतौर पर हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में कड़ी मेहनत की। हालांकि, नेट्स में गेंदबाजी के दौरान बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्केल हार्दिक की कुछ तकनीकी गलतियों से नाखुश दिखे। मोर्केल ने हार्दिक की गेंदबाजी के रिलीज प्वाइंट को सही किया और उन्हें गाइड किया। इसके बाद हार्दिक ने अपनी तकनीक में सुधार किया।
बांग्लादेश की आक्रामक रणनीति
बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शंटो ने कहा कि उनकी टीम इस सीरीज में आक्रामक क्रिकेट खेलेगी। उन्होंने कहा कि टेस्ट सीरीज में मिली हार को भुलाकर उनकी टीम टी-20 में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। शंटो ने कहा, “हम आक्रामक क्रिकेट खेलना चाहते हैं और इस सीरीज को जीतने का पूरा प्रयास करेंगे।”
मैच के लिए कड़ी सुरक्षा
मैच के दिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 2500 से अधिक पुलिसकर्मी और सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाएंगे। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए सुरक्षा को और बढ़ा दिया गया है। ग्वालियर के पुलिस महानिरीक्षक अरविंद राजरोना ने कहा कि मैच के दिन दोपहर से ही सड़कों पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरा प्रशासन अलर्ट रहेगा।
फील्डिंग पर खास ध्यान
भारतीय टीम के फील्डिंग कोच दिलीप की निगरानी में खिलाड़ियों ने आउटफील्ड कैचिंग और थ्रोइंग का अभ्यास किया। कोच ने खिलाड़ियों को लय और प्रवाह पर ध्यान देने की सलाह दी, ताकि मैच के दौरान उनकी फील्डिंग और कैचिंग में कोई कमी न रहे। बीसीसीआई ने सोशल मीडिया पर खिलाड़ियों के अभ्यास सत्र की झलक भी साझा की।
ग्वालियर में क्रिकेट का उत्सव
इस ऐतिहासिक मैच के लिए ग्वालियर के क्रिकेट प्रशंसकों में जबरदस्त उत्साह है। 14 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट लौटने से शहर में क्रिकेट का माहौल गर्म है, और सभी की निगाहें इस मुकाबले पर टिकी हुई हैं।