भिंड। भिंड के एसपी ऑफिस में एक जवान ने गुस्से में अपनी वर्दी फाड़ दी। जवान का कुछ लेन-देन का विवाद गांव के कुछ लोगों से चल रहा था। ये लोग जवान से उधारी का पैसा मांगने आए थे, तभी दोनों में कोई विवाद हो गया इसी समय जवान ने उधारी का पैसा लेने आए व्यक्ति का मोबाइल छीनते हुए धमकाया। इस बात की शिकायत डीएसपी हेडक्वार्टर अरविंद शाह के पास आई थी। डीएसपी हेडक्वार्टर ने मामले की सुनवाई की। उन्होंने, जवान सुल्तान सिंह को बुलाया और उसे डांटते हुए पूछा-तुम में मोबाइल कैसे छीना? ये बात जवान को खल गई और वो हाइपर हो गया। गुस्साएं जवान ने वर्दी फाड़ दी। इसके बाद एएसपी कमलेश कुमार खरपुसे भी मौके पर आ गए।
दरअसल, उत्तरप्रदेश के जालौन जिले के बावली के रहने संदीप सिंह राठौड़ का पुलिस लाइन में रहने वाले आरक्षक सुल्तान सिंह (दोनों ही पड़ोसी गांव का रहने वाले हैं) के परिवार से पुराना लेन-देन चला आ रहा था। संदीप, अपना पैसा लेने के लिए भिंड आया। वो, आरक्षक सुल्तान सिंह के घर चला गया। इसी समय आरक्षक ने धमकाते हुए संदीप का मोबाइल छीन लिया। इस बात की शिकायत संदीप सिंह ने गुरुवार की दोपहर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर लिखित में की। इस मामले की सुनवाई करते हुए दोपहर करीब ढाई से पौने तीन बजे डीएसपी हेडक्वार्टर अरविंद शाह ने पुलिस लाइन में तैनात आरक्षक सुल्तान सिंह को बुलवाया। शिकायत कर्ता संदीप की मौजूदगी में जवान से बातचीत की। तभी दोनों के बीच डेढ़ लाख रुपए उधार का लेन देन की बात सामने आई। संदीप ने यह भी बताया कि सुल्तान सिंह व उसके परिवार से पैसों का लेनदेन काफी समय से चला आ रहा है। वह पैसे लेकर हर बार लौटाते रहे है, लेकिन इस बार पैसे नहीं दे रहा है। वो, पुलिस लाइन में सुल्तान के पास पैसे लेने गया तो उसके साथ अभद्रता की गई और मोबाइल छीन लिया गया। ये सब डीएसपी शाह के चेम्बर के अंदर चल रहा था।
इस बात पर डीएसपी हेडक्वार्टर शाह ने पूछा कि तुमने मोबाइल कैसे छीना? ये बात सुनते ही जवान सुल्तान सिंह आवेश में आ गया। गुस्साते हुए डीएसपी शाह के चैंबर में वर्दी फाड़ दी और मैदान में आकर चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। खाकी वर्दी धारी जवान को अर्धनग्न अवस्था में चीखता चिल्लाते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी फरियाद पुलिस को सुनाने आए आवेदकों ने देखा। आवेदकों से पुलिस के जवान चीखते चिल्लाते हुए सुनवाई न होने का आरोप लगाया और हंगामा खड़ा कर दिया। जवान द्वारा हंगामे किए जाने की जानकारी लगते ही एएसपी खरपुसे अपने चैम्बर से बाहर निकले और वे जवान को अपने साथ चैम्बर में ले गए।