झारखंड। झारखंड के Education Minister जगरनाथ महतो ने सभी नेताओ में एक बड़ी मिसाल पेश की है। जहा कोरोना काल में बच्चो को अपनी पढाई से दूर होना पढ़ा वही जगरनाथ महतो ने बोकारो जिले के बेरमो की अलारगो पंचायत के गट्टीगढ़ा पहुंचे और खुले आकाश में बच्चों को बिठाकर पढ़ाया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण में राज्य के स्कूल बंद हैं। सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। ग्रामीण इलाके में नेटवर्क की समस्या के कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है। इस बीच शिक्षा मंत्री ने बच्चो को पढ़ने का जिम्मा कुछ उठाया, और गांव गांव जाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर स्कूल बंद हैं। ऐसे में शिक्षक अपने विवेक से काम करें। प्रतिदिन सुबह में बच्चों की क्लास गांवों में जाकर लें। सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए खुले स्थानों पर 10-15 बच्चों को पढ़ाएं। रोजाना एक शिक्षक एक गांव में क्लास लेगा, तो बच्चों को लाभ जरूर मिलेगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि जब तक स्कूल नहीं खुलते, तब तक रोज गांवों में जाकर शिक्षक क्लास लें। वे प्रतिदिन सुबह में एक गांव पहुंचेंगे और बच्चों की क्लास लेंगे। वे चाहते हैं कि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले। राज्य के 40 लाख बच्चों में सिर्फ 11 लाख ही ऑनलाइन शिक्षा से जुड़ पाए हैं। एक सप्ताह के बाद ऊपर के क्लास को खोलने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि शनिवार को आदिवासी गांव लुपसडीह में जाकर बच्चों की क्लास लेंगे।