ग्वालियर। होली के बाद सूर्य गुरु की युति मेष राशि में बनेगी। 22 अप्रैल 2023 को देव गुरु बृहस्पति मेष राशि में गोचर करेंगे। इस मेष राशि में पहले से ही विराजमान सूर्य देव के साथ इनकी युति बनेगी। यह युति करीब 12 साल बाद बनेगी। जिसका असर मानव जीवन के साथ पृथ्वी पर भी पड़ेगा। इस राशि में सूर्य उच्च के होंगे। जबकि गुरु अपने मित्र सूर्य के साथ रहेंगे। मेष राशि में गुरु सूर्य की युति के साथ ही अप्रैल से ही गर्मी अपने पूरे शबाब के साथ रहेगी।
बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉं सतीश सोनी के अनुसार जहां सूर्य आत्मा का कारक है। वही तेज, बल, पराक्रम, साहस, प्रभाव का प्रतीक होता है। तथा गुरु ज्ञान, धर्म, न्याय ,नीति कुशल, महत्वाकांक्षी होता है। गुरु सूर्य का मेष राशि में गठबंधन लगभग 12 वर्षों के बाद होने जा रहा है। जिस जातक के समय में यह योग आता है। वह जातक अत्यंत प्रभावशाली व्यक्तित्व का धनी धर्म-कर्म के मामलों में सजग रहने वाला न्याय प्रिय एवं कुशल राजनीतिज्ञ होता है। गुरु और सूर्य की युति से धार्मिक भावना ,बड़े न्याय से संबंधित कार्यों में सफलता के योग भी रहेंगे। न्यायपालिका सजक होती नजर आएगी। एवं भ्रष्टाचारियों की पोल खुल सकती हैं।
– मेष राशि: प्रशासनिक सेवा में सफलता के योग
– वृषभ राशि: बाहरी संबंधों से लाभ के आसार बनेंगे
– मिथुन राशि: राज्य पक्ष से लाभ व्यापार में सफलता कर्क राशि भाग्य बल में वृद्धि के योग
– सिंह राशि: बढ़ेगी धर्म-कर्म में आस्था
कन्या राशि: पत्नी के स्वास्थ्य का रखें ध्यान
– तुला राशि: शत्रु पक्ष होगा शांत
– वृश्चिक राशि: वाणी में सतर्कता रखनी होगी
– धनु राशि: सुख सुविधाओं के साधन बढ़ेंगे
– मकर राशि: स्थानीय राजनीतिक में बाधा, मकान, भूमि के मामलों में रुकावट
– कुंभ राशि: रखनी होगी आर्थिक मामलों में सतर्कता
– मीन राशि: पिता पक्ष से लाभ तथा व्यापार में उन्नति के योग