ग्वालियर। ग्वालियर की रियासत के महाराज और भाजपा की केन्द्र सरकार में मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी राजे की खूबसूरत जोड़ी को कैसे न याद किया जाए। भलै ही इनकी शादी एक अरेंज मैरिज हो, लेकिन लव मैरिज से कम ही नहीं है। शायद ही कम लोगों को पता होगा कि शादी से पहले तीन साल तक दोनों ने एक दूसरे को डेट किया था। वेलेंटाइन डे के मौके पर सिंधिया रियासत के महाराज और महरानी की लव स्टोरी के कुछ अनछुए पल जो हर कोई नहीं जानता।
ग्वालियर रियासत के महाराज और क्रेन्दीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी पत्नी प्रिदर्शनी राजे की मुलाकात साल 1991 में एक दोस्त की पार्टी में हुई थी। प्रियदर्शनी राजे गुजरात बड़ौदा के गायकवाड़ मराठा राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। साल 1991 में दोनों की पहली मुलाकात एक दोस्त की पार्टी में हुई थी। पहली नजर में ही प्रियदर्शिनी को ज्योतिरादित्य अपना दिल दे बैठे थे। उसी साल ज्योतिरादित्य सिंधिया स्टेनफोर्ड हार्वर्ड से ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लौटे थे।
उस पार्टी में मिलने के बाद करीब तीन साल तक दोनों के बीच मुलाकातों का सिलसिला चलता रहा। इसके बाद 12 दिसंबर 1994 को उनकी शादी हो गई। बेशक इनकी अरेंज मैरिज है, लेकिन पहली मुलाकात में ही वे एक-दूसरे से को दिल दे बैठे थे। इसके बाद एक दूसरे को डेट भी करते रहे थे।
ऐसा भी कहा जाता है कि प्रियदर्शिनी जब सिर्फ 13 साल की थीं, तब उनकी मुलाकात ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया से हुई थी। उसी समय ज्योतिरादित्य की मां ने राजकुमारी प्रियदर्शिनी को ग्वालियर राजघराने की बहू के रूप में चुन लिया था। इसके बाद ही ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शनी के बीच मुलाकातों का दौर शुरू हुआ था। प्रियदर्शिनी की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के फोर्ट कॉन्वेंट स्कूल से हुई है। उसके बाद उन्होंने सोफिया कॉलेज फॉर वुमन से पढ़ाई की। चुनावों में सिंधिया के चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरती रही हैं।