भोपाल | कोरोना मरीज़ों के इलाज में अग्रणी रहा भोपाल के चिरायु अस्पताल को लेकर कुछ सवाल उठ रहे हैं. दो दिन में दो मामले यहां चर्चा में आए. पहले मामला बिना पैसे दिये मृतक का शव देने से मना करने का था और दूसरा आयुष्मान कार्ड धारक का इलाज करने से इंकार करना. खबरें सामने आयीं और कुछ वीडियो वायरल हुए तो कांग्रेस नेताओं और बीजेपी में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया तक एक्शन में आ गए
मध्य प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान ले लिया और शासन ने अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया.कोरोना पीड़ित मरीज़ों का इलाज न करने की दो शिकायतें सामने आयीं. पहले मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ. एक वीडियो भी वायरल हुआ.इसमें अस्पताल का मैनेजर एक मरीज के अटेंडेंट को धमकाते हुए लहजे में बात कर रहा है. वो साफ कह रहा है कि इस अस्पताल में आयुष्मान कार्ड एप्लिकेबल नहीं है. वो गार्ड से कह रहा है कि अटेंडेंट को धक्का देकर बाहर निकाल दो
एक युवक ने अस्पताल में आयुष्मान कार्ड न स्वीकार करने के आरोप चिरायु मेडिकल प्रबंधन पर लगाए हैं. युवक का नाम योगेंद्र रघुवंशी है उसकी दादी सरजू बाई रघुवंशी का इलाज होना है. चिरायु के इस दूसरे मामले में वीडियो वायरल होते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने युवक से फोन पर बात की और उसे हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. सिंधिया ने उस युवक से आयुष्मान कार्ड की डिटेल और उसकी दादी की पूरी डिटेल मोबाइल फोन पर मंगवाई और स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी और अस्पताल मैनेजमेंट से चर्चा की