नई दिल्ली|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी माह के अंतिम सप्ताह में अपनी टीम का विस्तार कर सकते हैं। बिहार 1.सहित कई प्रदेशों में उपचुनाव में सफलता हासिल करने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना तेज हो गई है। मध्यप्रदेश के उपचुनाव में भाजपा को 19 सीटों पर जीत दिलाकर शिवराज सरकार को सुरक्षित करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में बड़ी ज़िम्मेदारी दी जाएगी। राजग के सहयोगियों को मिलेगा स्थान: इस बार राजग के सहयोगी दलों को भी स्थान दिया जाएगा।
शिवसेना के अरविंद सावंत, अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल के बाहर होने और लोजपा के रामविलास पासवान के निधन के बाद मोदी मंत्रिमंडल में सहयोगी दल से एकमात्र मंत्री फिलहाल आरपीआई से रामदास अठावले है।
जावड़ेकर नरेंद्र सिंह तोमर और पियूष गोयल पास चार से पांच मंत्रालयों का प्रभार है। सूत्री के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल विस्तार करीब एक दर्जन नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। वहीं खराब परफॉर्मेंस वाले आधा दर्जन् मंत्रियों की मंत्रिमंडल से विदाई भी है। अब तक केंद्र सरकार से बाहर रही जेडीयू भी इस बार सरकार में शामिल होगी।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है। पश्चिम बंगाल और असम में अगले चुनाव को देखते हुए वहां से एक-एक सांसद को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है। महाराष्ट्र, बिहार से भी एक-एक नेता को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मोदी कैबिनेट के इस विस्तार में राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र को प्रतिनिधित्व देने की संभावनाएं है।