बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में क्षत्रिय करणी सेना ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी रणनीति का खुलासा किया है। करणी सेना ने ऐलान किया है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जो भी राजनीतिक दल क्षत्रिय समाज को ज्यादा टिकट देगा, उस पार्टी का समर्थन करेंगे। और अगर टिकट नहीं दिए तो प्रदेश की 80 से ज्यादा सीटों पर क्षत्रिय समाज के निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतारे जाएंगे।
क्षत्रिय करणी सेना की 12 सूत्रीय मांगें हैं। इन मांगों में प्रमुख रूप से विधानसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज के को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की रहेगी। क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश की 80 से 100 सीट ऐसी हैं, जहां क्षत्रिय निर्णायक भूमिका में हैं। ऐसी सीटों पर राजनीतिक दलों से टिकट की मांगी जा रही है, जो दल टिकट देगा उसका समर्थन किया जाएगा।
करणी सेना ने मध्यप्रदेश में क्षत्रिय राजपूत समाज के मुख्यमंत्री की भी मांग की है। सेना ने भाजपा में नरेंद्र सिंह तोमर को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमति जताई है। करणी सेना ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों पर क्षत्रियों के लिए टिकट की मांग कर रही है। अगर उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ क्षत्रिय करणी सेना सीधे ही मध्य प्रदेश के चुनावी अखाड़े में उतरने की तैयारी में है।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत का कहना है, ‘मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में क्षत्रियों को सत्ता में शामिल करने के लिए राजनीतिक दलों से मांग की जा रही है। क्षत्रियों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दें मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश में 80 से ज्यादा सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतारे जाएंगे।
वहीं राज शेखावत ने मणिपुर की घटना पर निंदा करते हुए कहा महिलाओं के साथ घटी घटना शर्मनाक है। ये केंद्र और राज्य सरकार का फेलियर है। इस तरह के जघन्य अपराध करने वालों का एनकाउंटर कर देना चाहिए।