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प्रेग्नेंसी में हंसना कैसे करता है बच्चे के लिए थेरेपी का काम जानिए

ये कहावत तो आपने सुनी होगी कि लाफ्टर इज़ बेस्ट मेडिसिन फॉर हेल्थ यानी हंसना स्वास्थ के लिए सबसे अच्छी दवा है. इसीलिए अक्सर आपने लोगों को लॉफ्टर थेरेपी और लाफ्टर एक्सरसाइज़ करते हुए भी देखा होगा. वैसे तो हंसना हर किसी की सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन गर्भावस्था के दौरान हंसना और खुश रहना केवल माँ को ही नहीं बल्कि बच्चे को भी कई फायदे पहुंचाता है. यही वजह है कि प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला को हंसने और खुश रहने की सलाह  दी जाती है. आइये जानते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान हंसने से मांं और बच्चे को क्या फायदे मिलते हैं.

बच्चे की ग्रोथ अच्छी होती है
प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा से ज्यादा हंसना चाहिए और खुश रहना चाहिए. इससे उसकी खुद की सेहत तो बेहतर रहती ही है गर्भस्थ शिशु ज्यादा एक्टिव रहता है और उसकी ग्रोथ बहुत अच्छी तरह से होती है. जिससे बच्चा हेल्दी पैदा होता है.

बच्चे के मस्तिष्क का होता है बेहतर विकास
अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा पूरी तरह से हेल्दी होने के साथ-साथ बुद्धिमान भी हो तो आपको प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा खुश रहना चाहिए और हँसते रहना चाहिए. माँ के हँसते रहने से इसका असर बच्चे के मस्तिष्क की कोशिकाओं पर भी होता है. जिससे बच्चे के मस्तिष्क विकास में मदद मिलती है.

तनाव कम होता है
प्रेग्नेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला को कई बार मूड खराब होने और छोटी-छोटी बातों पर तनाव हो जाने की परेशानी होती है जिससे माँ और बच्चे के स्वास्थ पर इसका नकारात्मक असर होता है. इससे बचने के लिए हंसना बेहद ज़रूरी है. इसके लिए आप कोई कॉमेडी फिल्म का सहारा ले सकती हैं या फिर जोक्स पढ़ और सुन सकती हैं. इससे आपका तनाव काफी हद तक कम होगा.

दर्द और परेशानी कम होती है
कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान सिर दर्द, कमर दर्द, पैरों या शरीर में सूजन और थकान जैसी दिक्कतें भी प्रेग्नेंट महिला को होती हैं. ऐसे में अगर आप रोज़ाना लाफ्टर थेरेपी की मदद लेती हैं तो आपकी बॉडी में हैप्पी हार्मोन्स रिलीज़ होते हैं. जिससे आपका ध्यान दर्द  की ओर से हटता है और आप खुद को बेहतर महसूस करती हैं.

इम्यूनिटी बढ़ती है
प्रेग्नेंसी के दौरान खुश और हंसते रहने से तनाव तो कम होता ही है इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. जिससे माँ और बच्चे की इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है. जिससे खुद के और बच्चे के बीमार होने की संभावना कम होती है.

ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है
प्रेग्नेंसी के पीरियड में ज्यादातर महिलाओं का ब्लड प्रेशर हाई रहने लगता है. जो माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए ही ठीक नहीं होता है. इससे तमाम तरह की दिक्कतें होने का खतरा बना रहता है. अगर आप खुद को खुश रखने और हंसाते रहने की कोशिश में कामयाब होती हैं तो इससे ब्लड प्रेशर नार्मल रहने में मदद मिलती है.

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