भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शराब बंदी को लेकर फिर मुखर हुई हैं। उन्होंने कई ट्वीट कर आंदोलन के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में शराबबंदी होकर ही रहेगी।उमा भारती ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि हमारा शराबबंदी और नशाबंदी का अभियान सरकार के खिलाफ नहीं है। शराब और नशे के खिलाफ है। भाजपा, कांग्रेस और सरकार में बैठे लोगों को समझा पाना भी एक कठिन काम है। इन सब कारणों से अभियान के प्रारंभ से अभियान के पूर्णता तक मुझे स्वयं पूरी तरह से सजग एवं संलग्न रहना होगा, जिसके लिए मैं तैयार हूं। मेरी प्रथम चरण की बातचीत संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवकों, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हो चुकी है। अगला चरण 14 फरवरी के बाद प्रारंभ करूंगी। शराबबंदी और नशाबंदी मध्य प्रदेश में होकर रहेगी।
बता दें कि उमा भारती लंबे समय से राज्य में शराबबंदी के लिए बात रख रही हैं। वे इसके लिए आंदोलन करने की चेतावनी भी दे चुकी हैं। उमा भारती ने 15 जनवरी 2022 तक शराबबंदी ना होने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की बात कही थी। एक तरफ उमा शराबबंदी को लेकर आवाज उठा रही हैं, तो दूसरी तरफ सरकार के नए आदेश के तहत मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से नई शराब नीति लागू हो जाएगी, जिसके तहत शराब 20 प्रतिशत तक सस्ती होगी।
हालांकि उमा भारती ने अपने गंगा अभियान में संलग्न होने की बात कही और बताया कि चूंकि वे इस अभियान में संलग्न थीं इसी कारण मध्य प्रदेश में पूर्णं शराबबंदी और नशाबंदी अभियान प्रारम्भ करने में उन्हें कठिनाई रही थी। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी की ज़रूरत होती है, पर कोरोना के चलते अभी यह संभव नहीं हो सकता। इसके अलावा अभियान कि सफलता के लिए राजनीतिक निरपेक्ष लोगों की भागीदारी की भी ज़रूरत होती है जो अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण कार्य है।