इंदौर। मध्य प्रदेश के स्टार्टअप को गति देने और इंदौर को स्टार्टअप कैपिटल बनाने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश की स्टार्टअप नीति का शुभारंभ करेंगे। शाम 6.30 बजे वे आभासी माध्यम से जुड़ेंगे और प्रदेश के तीन स्टार्टअप संचालकों से संवाद भी करेंगे। इसमें इंदौर के शाप किराना के तनुतेजस सारस्वत व ग्रामोफोन के तौसीफ खान और भोपाल के उमंग श्रीधर डिजाइन स्टार्टअप की संस्थापक उमंग श्रीधर शामिल हैं। स्टार्टअप नीति का पोर्टल भी लांच किया जाएगा। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में होने वाले सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोपहर 3.45 बजे पहुंचेंगे और निवेशकों से चर्चा करेंगे। सम्मेलन में सरकारी और निजी क्षेत्र के नीति निर्माता, इनोवेटर्स, केंद्र और राज्य के प्रशासक, स्टार्टअप, संभावित उद्यमी, स्टार्टअप ईकोसिस्टम के सभी स्तंभ और जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। शिक्षाविद, निवेशक, मेंटर्स और देश के स्टार्टअप ईकोसिस्टम के अन्य हितधारक भी सहभागिता करेंगे। सम्मेलन में होंगे पांच सत्र एक दिवसीय कार्यक्रम में कुल पांच सत्र होंगे। इनमें तीन सेक्टोरल सत्र, स्टार्टअप एक्सपो और प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में स्टार्टअप नीति का शुभारंभ शामिल है।
शाम 5.30 बजे उद्योग विभाग के सचिव पी. नरहरि एमपी स्टार्टअप नीति की ब्रीफिंग और प्रस्तुति देंगे। 5.45 बजे केंद्र शासन के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआइआइटी) के सचिव अनुराग जैन कार्यक्रम संबोधित करेंगे। 5.55 बजे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा संबोधित करेंगे। 6 बजे मुख्यमंत्री चौहान का उद्बोधन होगा। इसके बाद स्टार्टअप पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन होगा। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में मुख्यमंत्री द्वारा मध्य प्रदेश स्टार्टअप नीति के अंतर्गत स्टार्टअप को वित्तीय सहायता का वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम में करीब दो हजार लोग मौजूद रहेंगे। सम्मेलन में सुबह 11 बजे से स्पीड मेंटरिंग सत्र होगा। इसमें स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थानों और स्टार्टअप स्पेस के प्रमुख लीडर्स के साथ मिलेंगे और खुला संवाद होगा। दोपहर 12 बजे से ‘कैसे करें स्टार्टअप’ सत्र में प्रतिभागियों को नीति निर्माताओं और निर्णयकर्ताओं से जानकारी मिलेगी। स्टार्टअप में आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए पर भी बात होगी। दोपहर 1 बजे से फंडिंग सत्र होगा। इसमें स्टार्टअप और संभावित उद्यमी टीयर-वन और टीयर-टू शहरों में फंडिंग के विभिन्न तरीकों के बारे में जानेंगे।
दोपहर 2.45 बजे से पिचिंग सत्र में स्टार्टअप निवेशकों के साथ सहयोग के अवसर प्राप्त करेंगे और फंडिंग के लिए अपने विचार रखेंगे। दोपहर 3.50 बजे से होने वाले स्टार्टअप के ईकोसिस्टम सपोर्ट सत्र में प्रतिभागी इस बारे में जानेंगे कि उनकी ब्रांड वेल्यू और एमपी स्टार्टअप ईकोसिस्टम को कैसे बढ़ावा दिया जाए। कार्यक्रम स्थल पर स्टार्टअप एक्सपो में नई प्रवृत्तियों और नवाचारों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें स्टार्टअप स्पेस के लिए समाधान प्रस्तुत किए जाएंगे। साढ़े तीन साल पहले तीन दोस्तों ने किराना दुकानों का सप्लाय चेन सिस्टम सुधारने के मकसद से स्टार्टअप की शुरुआत की थी। तनुतेजस के साथ दीपक धनोतिया और सुमित घोरावत एक ऐसा बिजनेस टु बिजनेस माडल लाना चाहते थे, जिसमें सीधे कंपनियों से माल लेकर दुकानों को 24 घंटे में डिलीवर किया जा सके। इन्होंने ये कर दिखाया। छह राज्यों के 30 शहरों की एक लाख खुदरा दुकानों और पांच करोड़ उपभोक्ताओं तक स्टार्टअप ने पहुंच बनाई। 10 हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया। स्टार्टअप का कारोबार 800 करोड़ रुपये सालाना है। जापान और भारत के प्रमुख स्टार्टअप निवेशकों से करोड़ों रुपये की फंडिंग मिल चुकी है।
मध्य प्रदेश में ग्रामोफोन स्टार्टअप न केवल किसानों को बचत की राह दिखा रहा है, वरन कृषिभूमि को रसायनों की मार से भी बचा रहा है। महंगे रसायनों के अनावश्यक उपयोग से किसानों को बचाकर उनकी आय वृद्धि के तमाम उपाय देना ग्रामोफोन की अवधारणा है। 2016 में छह लाख रुपये से शुरू हुए इस स्टार्टअप ने 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। इंदौर में ग्रामोफोन स्टार्टअप को संचालित करने वालों में आइआइटी और आइआइएम से निकले सुशिक्षित युवाओं की पूरी टीम है। संस्थापक तौसीफ खान का कहना है कि बेहतर शिक्षण संस्थानों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद अच्छे पैकेज पर नौकरी के कई विकल्प थे, लेकिन कृषि और ग्रामीण क्षेत्र में उद्यम की संभावना को चुना। पढ़ाई के दौरान ही तय कर लिया था कि गांवों, किसानों और पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़ा काम करना है।