ग्वालियर। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा के बाद अब पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल ने भी ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर की कार्यप्रणाली को लेकर नाराज़गी ज़ाहिर की है। मुन्ना लाल गोयल ने ऊर्जा मंत्री को पत्र लिख कर लोगों के घरों को सेनेटाइज करने की बजाए। कोरोना से पीड़ित लोगों को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और रेमडीसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की हिदायत दी है।
पूर्व विधायक पत्र के माध्यम से उठाए सवाल…
पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल ने ऊर्जा मंत्री को जो ख़त लिखा है। उसके मुताबिक 29 अप्रैल को लाल सिंह कौशल को कमलाराजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब उनका ऑक्सीजन लेबल 90 था। जो,कि 2 मई को घटकर 75 रह गया। तब इनके परिजन जयारोग्य प्रबंधन से वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था करने की गुहार लगा रहे थे। 5 मई को ऑक्सीजन लेवल घटकर 61 प्रतिशत रह गया। जिसके बाद पीड़ित परिवार मेरे पास आए। मैने दोपहर 3 बजे जेएएच अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ को मरीज़ को वेंटिलेटर उपलब्ध कराने के लिए कहा। डॉ धाकड़ ने कहा, कि मै व्यवस्था करा रहा हूँ। रात 10 बजे मरीज़ की हालत बिगड़ने पर मैने पुनः डॉ धाकड़ को फ़ोन किया। तो उन्होंने दोबारा कहा व्यवस्था करा रहा हूँ। जिसके बाद 10:30 बजे मेने डीएम को तीन बार फोन किया। लेकिन उनका फ़ोन नही उठा। जिसके बाद वेंटिलेटर के अभाव में मरीज़ लाल सिंह कौशल की 11 बजे मृत्यु हो गई।
जेएएच अधीक्षक की कार्यप्रणाली कर किये सवाल…
पूर्व विधायक ने इस ख़त के माध्यम से जेएएच अधीक्षक डॉ आरकेएस धाकड़ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की डॉ धाकड़ तीन दिन में वेंटिलेटर बेड उपलब्ध नही करा सके। जबकि अस्पताल में बेड उपलब्ध था। लेकिन उन्होंने बेड उपलब्ध नही कराया और मरीज़ की मौत हो गई।
कोविड मरीज़ की मौत को लेकर लिखी चिठ्ठी…
मुन्ना लाल गोयल ने कोविड प्रभारी मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर को हिदायत देते हुए लिखा है,कि मंत्री जी ये समय सड़कों को सेनेटाइज़ करने का नही है। सेनेटाइज़ेशन का काम तो नगर निगम का है। उनको ही सौंप दें। ये समय कोरोना मरीज़ों की जान बचाने का है। आप इतने व्यस्त हैं कि कोरोना संकट में कार्यकर्ताओं से मिलने की आपको फुर्सत नही है। मुन्ना लाल गोयल ने पत्र के माध्यम से लोगों को हो रही प्रतिदिन की परेशानियों से मंत्री तोमर को अवगत कराया है।
ये पहली बार नही है की जब मंत्री प्रद्दुम्न सिंह तोमर पर इस तरह के आरोप उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने लगाएं हो। अब तो कई नेता ऊर्जा मंत्री और कोविड-19 प्रदुमन सिंह के सैनिटाइजेशन कार्यक्रम पर भी उंगली उठाने लगे हैं और यह आरोप लगाने लगे हैं कि प्रद्युमन सिंह पूरे मध्यप्रदेश के मंत्री हैं उन्हें सिर्फ अपनी विधानसभा में सैनिटाइजेशन छोड़कर पूरे शहर की चिंता करनी चाहिए। और हर बार में जाकर दवाई का छिड़काव करना चाहिए।