भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने अपने जिलाध्यक्षों के चयन के लिए फाइनल सूची तैयार कर ली है, जो प्रदेश में पार्टी संगठन को और मजबूत करने का संकेत देती है। इस सूची में एक ओर जहां पार्टी ने जमीनी स्तर पर नेतृत्व को बढ़ावा देने की रणनीति अपनाई है, वहीं दूसरी ओर यह भी तय किया है कि कुछ बड़े जिलों के जिलाध्यक्षों के नामों पर फिलहाल होल्ड रखा जाएगा।
पार्टी के नेतृत्व का अहम फैसला…
पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश भोपाल से सूची लेकर दिल्ली गए हैं, ताकि केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श लेकर इन नामों की पुष्टि की जा सके। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने प्रत्येक जिले से तीन नामों का पैनल तैयार किया है, जिससे जिलाध्यक्षों के चयन में संगठन के नेताओं का समग्र विचार लिया जा सके। इसके अलावा, यह भी देखा जा रहा है कि जिन जिलों में संगठन पहले से मजबूत है, वहां के जिलाध्यक्षों के नामों को पुनः रिपीट किया जा सकता है।
जिलेवार जिलाध्यक्षों के नामों पर चर्चा…
प्रदेशभर में बीजेपी ने संभावित जिलाध्यक्षों के नामों का पैनल तैयार किया है। इनमें से कई नाम पहले से ही चर्चित हैं, जबकि कुछ नए चेहरे भी शामिल किए गए हैं, जो संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
आइए जानते हैं प्रमुख जिलों के संभावित जिलाध्यक्षों के नाम:
जिलों के नामों का पैनल और उनके संभावित जिलाध्यक्षों के नाम दिए गए हैं:
नर्मदापुरम – राहुल सोलंकी, संदेश पुरोहित, माधवदास अग्रवाल
हरदा – प्रवीण जैसानी, राजेश वर्मा, प्रदीप गौर
बैतूल – मधु पाटणकर, हंसराज धुर्वे, रश्मि साहू
रायसेन – जीवन पाल, रविंद्र विजयवर्गीय, राकेश शर्मा
विदिशा – अनिल सोनकर, महाराज दांगी, अरविंद श्रीवास्तव
सीहोर – जसपाल अरोरा, नरेश मेवाड़ा, गौरव महाजन
राजगढ़ – नीलम सक्सेना, अमित शर्मा, ज्ञान गुर्जर
खंडवा – धर्मेंद्र बजाज, रामपाल सिंह, अरुण मुन्ना
बुरहानपुर – संजय जाधव, वीरेंद्र तिवारी
खरगोन – लक्ष्मण इंगले, जीतेन्द्र यादव, जितेंद्र आर्य
बड़वानी – अजय यादव, अंजना पटेल, लोकेश शुक्ला
आलीराजपुर – सचिन शाह, रिंकेश तंवर
झाबुआ – सतेंद्र यादव, गौरव खंडेलवाल, भानू भूरिया
धार – विश्वास पांडे, प्रकाश धाकड़, कुसम सोलंकी
शाजापुर – दिनेश शर्मा, केतल पटेल, विजय बैस
आगर – हरिनारायण यादव, चिंतामन राठौर, पीरूलाल कलसिया
देवास – राय सिंह सेंधव, राजेश यादव, माया पटेल
रतलाम – महेश सोनी, कालू परिहार, प्रदीप उपाध्याय
मंदसौर – प्रितेश चावला, प्रियंका गोस्वामी, राजेश दीक्षित
नीमच – राकेश जैन, हेमलता धाकड़, राजू मोड़ी
पांढुर्णा – वैशाली माहले, संदीप मोहोड़, मीनाक्षी खुरसंगे
छिंदवाड़ा – टीकाराम चंद्रवंशी, गरिमा दामोदर, नितिन तिवारी
नरसिंहपुर – वीरेंद्र फौजदार, बीना ओसवाल, राजीव सिंह
सिवनी – संतोष अग्रवाल, नीता पटेरिया, राजेश त्रिवेदी
बालाघाट – भगत नेताम, अभय कोचर, आनंद कोछड़
मंडला – प्रफुल्ल मिश्रा, शशि पटेल, नीरज मरकाम
डिंडौरी – नरेंद्र राजपूत, जय मरावी
कटनी – अश्विनी गौतम, दीपक टंडन, पीतांबर तोपनानी
उमरिया – मान सिंह, अर्जुन सैयाम
अनूपपुर – जितेंद्र सोनी, रामदास पुरी, हनुमान गर्ग
शहडोल – अमिता चपरा, अनिल द्विवेदी, दौलत मनवानी
सिंगरौली – राजेश तिवारी, सुरेंद्र वैश्य, नरेंद्र शाह
सीधी – महेंद्र शुक्ला, पूनम सोनी, प्रमोद द्विवेदी
मैहर – कमलेश सुहाने, सनत गौतम, रूपनारायण पटेल
सतना – बाबूलाल पटेल, श्रीराम मिश्रा, सतीश शर्मा
मऊगंज – देवेंद्र शुक्ला, सुरेंद्र चंदेल, राजेंद्र मिश्रा
रीवा – वीरेंद्र गुप्ता, प्रबोध व्यास, विभा पटेल
पन्ना – रविराज यादव, मीणा राजे, ब्रजेश मिश्रा
दमोह – प्रीतम लोधी, कविता राय, गोपाल पटेल
छतरपुर – मलखान सिंह, राजेश प्रजापति
निवाड़ी – रोहन राय, गणेशी नायक
टीकमगढ़ – विवेक चतुर्वेदी, सरोज राजपूत, अमित नुना
सागर – गौरव सिरोठिया, डॉ. विनोद पंथी, श्याम तिवारी
अशोकनगर – नंदलाल यादव, सचिन चौधरी, रविंद्र दुबे
गुना – अरुण चतुर्वेदी, राजेश राजपूत, संतोष धाकड़
श्योपुर – शशांक भूषण, सरोज तोमर, अरविंद जादौन
दतिया – मीनाक्षी कटारे, विपिन गोस्वामी, रजनी रावत
भिंड – ओमप्रकाश अग्रवाल, संजीव कांकर
मुरैना – संजय शर्मा, मधु डंडोतिया, अरविंद सिकरवार
उज्जैन ग्रामीण – राजेश धाकड़, धर्मेश जायसवाल
उज्जैन शहर – संजय अग्रवाल, आनंद खींची, रवि सोलंकी
इंदौर ग्रामीण – चिंटू वर्मा, अंतर दयाल, घनश्याम नारोलिया
इंदौर शहर – बबलू शर्मा, दीपक टीनू जैन
भोपाल ग्रामीण – राजमल कुशवाहा, कुबेर गुर्जर, तीरथ मीणा
भोपाल – जगदीश यादव, वंदना जाचक
ग्वालियर – रामेश्वर भदौरिया, पारस जैन, वेदप्रकाश शर्मा
ग्वालियर ग्रामीण – विनोद बघेल, विकास साहू, प्रेम सिंह राजपूत
शिवपुरी – सोनू बिरथरे, गगन खटीक, सीमा शिवहरे, राजू बाथम
नए चेहरों को मौका…
बीजेपी ने इस बार नए और युवा नेताओं को अवसर देने की योजना बनाई है, ताकि संगठन में नवाचार और नए विचारधारा का समावेश हो सके। इसी रणनीति के तहत कुछ जिलों में ऐसे नाम सामने आए हैं जिनका पहले किसी अन्य भूमिका में उतना प्रभाव नहीं था, लेकिन पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। यह संकेत करता है कि बीजेपी युवा नेतृत्व को भी प्रमोट करने की कोशिश कर रही है, ताकि वह आगामी चुनावों में पार्टी को सफलता दिला सकें।
संगठन में मजबूती का लक्ष्य…
बीजेपी की इस नई पहल का उद्देश्य प्रदेशभर में संगठन को और मजबूत करना है। पार्टी ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक जिले में एक समर्पित और कार्यशील नेता हो, जो न केवल संगठन को संभाले बल्कि चुनावी मुकाबले में भी पार्टी के लिए विजयी परिणाम ला सके। इस पूरे चयन प्रक्रिया में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा क्षेत्रीय संतुलन, कार्यकर्ताओं का समर्थन और नेतृत्व क्षमता को प्रमुख रूप से ध्यान में रखा गया है। बीजेपी का यह कदम संगठनात्मक दृष्टिकोण से बेहद अहम है, क्योंकि जिलाध्यक्षों की भूमिका किसी भी पार्टी के सफलता में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। पार्टी ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि प्रत्येक जिले में पार्टी के संगठन को समुचित नेतृत्व मिले, ताकि चुनावी क्षेत्र में भी बीजेपी की पकड़ मजबूत बनी रहे। आने वाले दिनों में, यह देखना होगा कि क्या पार्टी के लिए यह निर्णय सही साबित होता है और कैसे ये नए जिलाध्यक्ष अपने जिलों में संगठन को और प्रभावी बनाते हैं।