सीधी। लोकायुक्त टीम रीवा ने सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग और प्राथमिक शिक्षक प्रभारी अधीक्षक छात्रावास प्रभारी टमसार को अस्सी हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे सहायक आयुक्त के शासकीय निवास में की गई है। स्थानांतरण नहीं करने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। जिसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय रीवा में फरियादी द्वारा की गई थी। सहायक आयुक्त माध्यम बनाकर रिश्वत की मांग कर रहा था।
बता दें कि अशोक पांडे छात्रावास अधीक्षक सिहावल का स्थानांतरण सिहावल से कहीं दूसरी जगह किया जा रहा था। जहां वह नहीं जाना चाहते थे। अशोक पांडे का स्थानांतरण नहीं किए जाने की एवज में राजेश सिंह परिहार सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग ने अनिरुद्ध पांडे प्राथमिक शिक्षक प्रभारी छात्रावास टमसार को माध्यम बनाकर एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। पहली किस्त 20 हजार रुपये पहले ही राजेश सिंह तक पहुंच गई थी। शुक्रवार को दूसरी किस्त 80 हजार रुपये लेकर अशोक पांडे सहायक आयुक्त के शासकीय निवास पर पहुंचे। जहां पहले से अनिरुद्ध पांडे मौजूद रहे।
रिश्वत देते पहले से जाल बिछाकर बैठी रही लोकायुक्त टीम
जैसे ही फरियादी ने रिश्वत दिया पहले से जाल बिछाकर बैठी हुई लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। बताया गया है कि करीब सप्ताह भर के बीच सहायक आयुक्त ने टीम बनाकर फरियादी पर दबाव बनाने के लिए छात्रावास का जांच भी कराया था।
राजेश सिंह परिहार सहायक आयुक्त शिवपुरी में पदस्थ रहने के दौरान छात्रावास अधीक्षक से रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम करीब डेढ़ साल पहले रंगे हाथ पहले भी पकड़ा था। यह इनका दूसरा मामला दर्ज हो गया। यह रही टीम लोकायुक्त टीम में प्रवीण सिंह परिहार उप पुलिस अधीक्षक, जियाउल हक निरीक्षक एवं 12 सदस्यीय टीम मौजूद रहीं। इनका कहनालोकायुक्त टीम रीवा ने राजेश सिंह परिहार सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग और एक छात्रावास अधीक्षक को 80 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।