उज्जैन। उज्जैन में लोकायुक्त टीम ने नगर निगम के जोन क्रमांक पांच में नामांतरण प्रकरण की नकल देने के नाम पर दो हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले सहायक संपत्ति अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फरियादी द्वारा पिछले काफी समय से जोन में आवेदन लगाकर यह जानकारी मांगी थी। लेकिन हर बार उसे कुछ न कुछ नियमों मे उलझाकर इस जानकारी से वंचित रखा जा रहा था और रिश्वत की राशि देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जिससे परेशान होकर फरियादी लोकायुक्त के पास पहुंचा और सहायक संपत्ति अधिकारी को रिश्वत देते रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया।
लोकायुक्त उज्जैन संभाग के पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने बताया, आशिफ हुसैन खान एडवोकेट ने कुछ समय पहले आवेदन प्रस्तुत कर नगर निगम जोन क्रमांक पांच में सूचना के अधिकार के अंतर्गत नामांतरण प्रकरण क्रमांक 1544/2022 की नकल हेतु आवेदन दिया तो रमेशचंद रघुवंशी संपत्ति कर अधिकारी द्वारा दो हजार रुपये की रिश्वत के रूप में मांग की गई। आसिफ इस मामले में रिश्वत देना नहीं चाहता था। इसीलिए वह हमारे पास आया और रिश्वत मांगने वाले अधिकारी को रंगे हाथ और टाइप करवाने की बात कही थी, जिसके बाद ट्रैप दल का गठन किया।
नगर निगम जोन पांच अंतर्गत अपने कार्यालय में रमेश चंद्र रघुवंशी को दो हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि साल 2012 में भी रघुवंशी पर लोकायुक्त का कोई प्रकरण दर्ज हुआ था। वहीं, रघुवंशी के रिटायरमेंट में एक से दो महीने बाकी थे, जिसके पूर्व ही वे लोकायुक्त के हत्थे चढ़ गए।