दमोह। जिले के मडि़यादो बफर जोन में पदस्थ एक वन रक्षक को ट्रैक्टर ट्राली छोड़ने के एवज में लोकायुक्त सागर पुलिस द्वारा 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।लोकायुक्त निरीक्षक मंजू सिंह ने बताया कि दमोह जिले के बफर जोन मडियादो तिदनी बीट में पदस्थ वनरक्षक जितेंद्र पटेल द्वारा हल्काई पटेल निवासी ग्राम पाठा तहसील हटा जिला दमोह का 12 मार्च को पाठा क्षेत्र में ट्रैक्टर ट्राली पकड़ लिया था जिसे बाद में 11 हजार रुपये नकद लेकर छोड़ दिया गया था तथा शेष 11 हजार रुपये की राशि लेना बाकी थी। इस बात की शिकायत हलकाई पटेल द्वारा लोकायुक्त सागर में किए जाने के उपरांत इसी के परिप्रेक्ष्य में 28 मार्च को वनरक्षक के बैरियर नाका स्थित आवास पर शेष राशि 10 हजार रुपये हलकाई पटेल द्वारा देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव के निर्देशन में निरीक्षक मंजू सिंह, रोशनी जैन एवं उनके सहयोगियों आशुतोष व्यास एवं अन्य के द्वारा सोमवार को मडियादो के पाठा बेरियल पर वनरक्षक के आवास में ही 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा रिश्वत लेने के उपरांत राशि की जब्ती एवं अन्य कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है कि दमोह जिले में लगातार रिश्वत लेने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं और लोकायुक्त पुलिस द्वारा लगातार ही इन भ्रष्ट अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है। देखा जाए तो सागर संभाग में रिश्वत लेने के मामले में दमोह जिला सबसे ऊपर है।
यहां पर उल्लेखनीय है कि दमोह जिले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा लगातार ही रिश्वत लेने के मामले तत्परता के साथ कार्रवाई की जा रही है और इस सब में सबसे अधिक रिश्वत लेने के मामले जबेरा विधानसभा क्षेत्र में ही हो रहे हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में विगत तीन माह में जबेरा में एक डा. बनवार में लिपिक तेंदूखेड़ा में धान खरीदी केंद्र में सर्वेयर के अलावा बुधवार को विकास खंड शिक्षा अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके अलावा अभी फरवरी माह में ही हटा तहसील अंतर्गत गैसाबाद के पटवारी देवेंद्र पटेल दमोह में आदिम जाति कल्याण विभाग के लिपिक ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के सहायक यंत्री आदि सहित ऐसे अनेक प्रकरण हो चुके हैं जिनमें लगातार ही लोकायुक्त पुलिस सक्रियता के साथ कार्रवाई कर रही है।
अभी पिछले सप्ताह ही दमोह तहसील कार्यालय में पदस्थ राजस्व निरीक्षक मनीराम गोंड को भी 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर रामेश्वर यादव ने बताया कि आम नागरिकों से भी अपील है कि यदि कोई भी शासकीय अधिकारी या कर्मचारी उनके किसी भी कार्य के लिए राशि की मांग करता है तो वह लोकायुक्त में आकर इस बात की शिकायत दर्ज करा सकते हैं जिस पर तत्परता के साथ कार्रवाई की जाएगी।