राशि। ज्योतिष शास्त्रों में दो ग्रह ऐसे हैं जो सबसे धीमे चलते हैं। इनके गोचर का हमारे जीवन पर सबसे गहरा और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। शनि देव को कर्मफल दाता और आयु प्रदाता माना गया है। इसलिए शनि देव के गोचर से लोगों की सेहत, आयु और सौभाग्य पर असर पड़ता है। साथ ही ये असर काफी लंबा रहता है। ऐसे में शनि के अस्त होने से कई राशियों के शुभ फल में कमी हो गई है। लेकिन अगले महीने से उनकी स्थिति में बदलाव के योग बन रहे हैं। 9 मार्च को शनि देव उदय होने जा रहे हैं। वैसे तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा, लेकिन कुछ राशियों के लिए इस समय कामयाबी और धनलाभ के अच्छे संयोग बन रहे हैं।
वृष राशि
आप की राशि के लिए शनिदेव भाग्य और कर्म स्थान के स्वामी हैं। शनिदेव योगकारक हों, तो जातकों को बहुत तरक्की देते हैं। नवमेश और दशमेश का उदय, आपके सोए भाग्य को जगानेवाला है। शनिदेव की कृपा से आपको रोजगार और व्यवसाय में तरक्की मिलेगी और आप किसी बड़े पद पर पहुंच सकते हैं। कारोबार में लाभ भी ऐसा होगा, तो वर्षों तक चले। आपको सभी नये प्रयासों में कामयाबी मिलेगी और आय में बढ़ोतरी होगी। नौकरीपेशा लोगों को जॉब के नए अवसर मिल सकते हैं।
सिंह राशि
इस राशि में शनि देव छठे और सप्तम भाव के स्वामी हैं। शनि की कृपा से आपके रोग, ऋण और शत्रुओं का नाश होगा। अगर किसी प्रतियोगिता परीक्षा में बैठ रहे हैं तो कामयाबी मिलने की संभावना है। पत्नी, मित्रों और साझेदारों के साथ संबंध में सुधार होगा और आपसी तनाव कम होगा। आपके जीवनसाथी को रोजगार या कारोबार में तरक्की मिल सकती है। वहां साझेदारी के काम में मुनाफा होने के संकेत हैं।
तुला राशि
इस राशि के लिए भी शनि योगकारक हैं। केन्द्र और त्रिकोण के स्वामी होने की वजह से शनिदेव का उदय इस राशि के जातकों के लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। इस अवधि में विवाह से जुड़ी बाधाएं दूर होंगी। जमीन-जायदाद के काम में मुनाफा होगा। नई संपत्ति की खरीद या निवेश के लिए ये समय अच्छा है। संतान को प्रतियोगिता परीक्षाओं में शानदार कामयाबी मिलेगी और उनका रिजल्ट बढ़िया रहेगा। सुख-साधनों में वृद्धि और और परिवार के साथ बेहतर समय गुजरेगा। राजनीति और व्यापार से जुड़े लोगों को लाभ हो सकता है।
मकर राशि
इस राशि के शनिदेव लग्न और धन भाव के स्वामी हैं। शनिदेव का उदय इस राशि के जातकों के लिए बहुत ही शुभ होनेवाला है। शनि देव आपकी गोचर कुंडली के दूसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ये भाव कुटुंब, आय, संचित धन, वाणी आदि का होता है। शनि इस दौरान अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे। इसलिए हर दृष्टि के शनि का गोचर इस राशि के जातकों के लिए शुभ रहनेवाला है। आपके कामकाज में बुद्धि, वाणी और परिवार का साथ मिलेगा और आपकी आय में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी