ग्वालियर। ग्वालियर के महाराजपुरा स्थित वायुसेना के एयरबेस पर 6 मई को राजकीय विमान (बी 200 जीटी/वीटी एमपीक्यू) हादसे का शिकार हो गया था। एक माह होने को है, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार का प्लेन कबाड़ की तरह सेना के एयरबेस पर खड़ा है। एविएशन डिपार्टमेंट के अफसरों का कहना है कि कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद अमेरिकी एविएशन कंपनी ट्रैक्स्ट्रॉन अपनी तकनीकी टीम को भेजेगी औऱ जिसके बाद टीम आंकलन करेगी। ग्वालियर में ही दुर्घटनाग्रस्त प्लेन का मेंटेनेंस कराया जाएगा।
प्रदेश सरकार का 7 सीटर स्टेट प्लेन को पिछले साल लगभग 65 करोड़ रुपए की लागत से अमेरिका से खरीदा गया था। 6 मई को यह प्लेन गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर आ रहा था। ग्वालियर में सेना के एयरबेस के रनवे पर वह वैरियर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दौरान प्लेट के कॉकपिट के आगे का हिस्सा, प्रोपैलर ब्लैड, प्रोपेलर हब और व्हील टूट गया था।
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