राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर दी इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट में लिखा , “30 दिनों के अंदर इसराइल (Israel) के साथ शांति समझौता करने वाला दूसरा अरब देश.” दशकों से ज़्यादातर अरब देश ये कहते हुए इसराइल का बहिष्कार करते रहे हैं कि वो फ़लीस्तीनी विवाद के निपटारे के बाद ही इसराइल से संबंध स्थापित करेंगे।
लेकिन पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई भी इसराइल के साथ अपने रिश्ते सामान्य करने पर सहमत हुआ था , तभी से ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि बहरीन भी ऐसा ही कर सकता।
इसराइल-फ़लस्तीनी संघर्ष को हल करने के मक़सद से जनवरी में अपनी मध्य पूर्व शांति योजना पेश करने वाले राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों समझौते कराने में मदद की. इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि वो “उत्साहित” हैं कि शुक्रवार को एक अन्य अरब देश के साथ “एक और शांति समझौता” हुआ है।
एक तरफ व्हाइट हाउस में इजराइल-बहरीन-यूएई शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जा रहे थे, तो दूसरी तरफ इजराइल पर उसी समय हमास ने रॉकेट बरसाए. ये रॉकेट हमले गजा पट्टी के अंदर से किए गए. जानकारी के मुताबिक एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में इजराइल-बहरीन-यूएई शांति समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर करने वाले हैं, तो उससे ठीक पहले इजराइल पर हमला किया गया, जो क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है।
हमले में दो नागरिक घायल
गजा पट्टी से किए गए रॉकेट हमले में दो इजराइली नागरिक घायल हो गए. इजराइल की सेना ने कहा कि एक रॉकेट को इजराइल के आयरन डोम एंटी मिसाइल सिस्टम ने इंटरसेप्ट करके हवा में ही नष्ट कर दिया था. लेकिन एक रॉकेट सीमा में गिरा, जिसमें दो नागरिक घायल हो गए।
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