भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर दो पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। इस वजह से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार-मंगलवार को भी तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद ही तापमान में कुछ गिरावट होने की संभावना है। उधर, रविवार को प्रदेश में सबसे कम 4.3 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। यह देश के मैदानी क्षेत्रों में सबसे कम तापमान है।
50 मीटर दृश्यता
हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 6.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा। घने कोहरे के कारण सुबह सबसे कम शून्य दृश्यता ग्वालियर एयरपोर्ट पर रही। रीवा एयरपोर्ट पर 50 मीटर दृश्यता रही। दिन का सबसे अधिक 30.1 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा में दर्ज किया गया।
भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उसके आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ भी ईरान के आसपास द्रोणिका के रूप में सक्रिय हो गया है। उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवाओं का रुख पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी हो गया है। इससे न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर तापमान में गिरावट आने की संभावना है।