राशि। ग्रहों के सेनापति व भूमि पुत्र मंगल 17 मई को बृहस्पति की स्वराशि मीन में प्रवेश करने जा रहे है। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि मंगल मीन में प्रवेश सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर करेंगे। वहीं मंगल 27 जून तक इसी राशि में रहने वाले हैं। ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ऊर्जा, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम और शौर्य का कारक माना जाता है। मंगल को क्रूर ग्रह भी कहा जाता है। इस बार के मंगल के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर प्रभाव पड़ने वाला है।
मेष राशि: मेष राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए मंगल अत्यधिक भागदौड़ और अधिक खर्च का सामना करवाएंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा या तो आर्थिक हानि होगी
वृषभ राशि: राशि से एकादश लाभभाव में गोचर करते हुए मंगल सभी परेशानियों का शमन करेंगे आप जैसी सफलता चाहेंगे हासिल करेंगे। कोई भी बड़े से बड़ा कार्य आरंभ करना हो उसमें सफलता जरूर मिलेगी।
मिथुन राशि: राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही नौकरी में भी पदोन्नति तथा मान-सम्मान की वृद्धि के योग। सामाजिक पद प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा।
कर्क राशि: राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए मंगल धर्म और आध्यात्म के प्रति उन्नति प्रदान करेंगे। अनाथालयों की मदद करने एवं धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा।
सिंह राशि: राशि से अष्टम आयुभाव में गोचर करते हुए मंगल कई तरह के अप्रत्याशित उतार चढ़ाव का सामना करवा सकते हैं। अपनी सूझबूझ एवं संयम से काम लेंगे तो अत्यधिक सफल रहेंगे क्योंकि आपके लिए मंगल का प्रभाव हमेशा शुभ ही रहता है। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार होने से बचें।
कन्या राशि: राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव मिलाजुला रहेगा। कार्य व्यापार में उन्नति तो होगी किंतु दांपत्य जीवन में कहीं न कहीं कड़वाहट आ सकती है। ससुराल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें। जो लोग आपको नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे वही मदद के लिए आगे आएंगे।
तुला राशि: राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए मंगल आपके लिए कार्य व्यापार की दृष्टि से बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। परिवार में मिले सुखद समाचारों से खुशी का माहौल रहेगा। साहस पराक्रम की वृद्धि तो होगी ही लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। ननिहाल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें।
वृश्चिक राशि: राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए मंगल हमेशा अच्छे फल कारक ही रहेंगे। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। उच्चाधिकारियों से संबंध बढेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें।
धनु राशि: राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए मंगल कई तरह के अप्रत्याशित किंतु सुखद परिणाम दिलाएंगे। मकान अथवा वाहन का क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। जमीन जायदाद से जुड़े मामले हल होंगे फिर भी किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा।
मकर राशि: राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव आपके लिए वरदान से कम नहीं है अपने अदम्य साहस के बलपर विषम परिस्थितियों पर आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे। अपनी रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
कुंभ राशि: राशि से द्वितीय धनभाव में गोचर करते हुए मंगल उतार-चढ़ाव अधिक लाएंगे। अपनी जिद एवं आवेश पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। शत्रु पूर्णरूप से सक्रिय रहेंगे,आपको नीचा दिखाने का एक भी अवसर नहीं छोड़ेंगे।
मीन राशि: आपकी राशि में गोचर करते हुए मंगल का प्रभाव अच्छा ही रहेगा किंतु कई बार देखा गया है कि ऐसी ग्रह स्थितियों में लोग बैठे-बिठाए ही मुसीबत पाल लेते हैं या जबरन अपने ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ ले लेते हैं इन्हीं सबसे आपको बचना पड़ेगा। परिवार में मांगलिक कार्यों का सुअवसर आएगा।