मंदसौर: ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् मंत्र के उच्चारण के साथ 30 वर्षीय महिला मेहनाज बी ने अपने दो बेटों के साथ सनातन धर्म अपनाया। महिला का नया नाम मीनाक्षी रखा गया, जबकि उनके बड़े बेटे को लव और छोटे बेटे को कुश नाम दिया गया। सनातनी बनने के बाद मीनाक्षी ने कहा, “15 साल से मैं संघर्षपूर्ण जीवन जी रही थी। अब मैं ससुराल और मायके दोनों से मुक्त हो गई हूँ और अपने बेटों के साथ नए जीवन की शुरुआत करूंगी।”
मंदसौर जिले के धमनार निवासी मीनाक्षी (पहले मेहनाज बी) ने बुधवार देर शाम कालाखेत स्थित गायत्री मंदिर में विधिवत मंत्रोचार के साथ सनातन धर्म अपनाया। उनके और उनके बेटों को दूध, दही, शहद, गंगाजल, गौमूत्र और गोबर से स्नान कराया गया। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस विधि के बाद तीनों का नामकरण किया गया। इस पूरी प्रक्रिया की देखरेख चैतन्य सनातनी द्वारा की गई, जिन्होंने पहले भी 45 लोगों की घर वापसी करवाई है।
मीनाक्षी ने बताया कि 15 साल पहले उनका निकाह इरफान खान से हुआ था। पहले कुछ साल ठीक रहे, लेकिन बाद में पति और ससुरालवालों के व्यवहार में बदलाव आ गया। उन्हें छोटी-छोटी बातों पर प्रताड़ित किया जाता था। इस दौरान उन्होंने कई बार अपने पिता से शिकायत की, लेकिन उन्हें वहीं एडजस्ट करने की सलाह मिली। अंततः जब यह सब असहनीय हो गया, तो मीनाक्षी ने ससुराल छोड़ने का निर्णय लिया।
मीनाक्षी ने कहा कि उन्हें सनातन धर्म में महिलाओं को जो सम्मान दिया जाता है, उसी ने उन्हें इस धर्म की ओर आकर्षित किया। उन्होंने चैतन्य सनातनी की टीम से संपर्क कर धर्म परिवर्तन के लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की और अब अपने बेटों के साथ सनातन धर्म में जीवन जीने का निर्णय लिया।
चैतन्य सनातनी ने बताया कि मीनाक्षी और उनके बच्चों की घर वापसी मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 के तहत की गई है, जिसमें कलेक्टर को सूचना देकर धर्म परिवर्तन की कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाता है।
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