भोपाल। मध्य प्रदेश को प्रभावित करने वाले वेदर सिस्टम आगे बढ़ गए हैं। उत्तर भारत के पहाड़ों पर पिछले दिनों जमकर बर्फबारी हुई है। हवाओं का रुख भी उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी हो गया है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के असर से राजधानी सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 16 जनवरी तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। इस दौरान कहीं-कहीं पाला भी पड़ने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि बुधवार को राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही मंगलवार के अधिकतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम राजस्थान में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है।
इसके प्रभाव से हरियाणा पर बना प्रेरित चक्रवात अब उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है। हवा का रुख उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। शुक्ला के मुताबिक गुरुवार को दोनों सिस्टम आगे बढ़ जाएंगे। इस वजह से मप्र का मौसम और साफ होने लगेगा। इसके चलते गुरुवार से रात के तापमान में और गिरावट होने का सिलसिला शुरू होने के आसार हैं। सर्द हवाएं चलने से दिन भी सिहरन बढ़गी। शुक्ला के मुताबिक 16 जनवरी तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं पाला भी पड़ सकता है।