राशि। वैदिक ज्योतिष में बुध बुद्धि और तर्क के कारक हैं। सौरमंडल में सबसे छोटा ग्रह बुध है और यह सूर्य के सर्वाधिक निकट है। लेकिन सूर्य के साथ ये बुधादित्य राजयोग बनाता है। कुंडली में बुध की मजबूत स्थिति से जातक को अच्छे स्वास्थ्य और तेज बुद्धि की प्राप्ति होती है। मजबूत बुध के कारण जातक ज्ञान अर्जित करने में सक्षम होता है और व्यापार में खूब उन्नति करता है। बुध अगर बृहस्पति जैसे शुभ ग्रहों के साथ युति में हो, तो इसके प्रभाव से जातकों को व्यापार, ट्रेड और सट्टेबाज़ी यानी कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि में दोगुने परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
बुद्धि के कारक बुध 23 अप्रैल की रात 11 बजकर 58 मिनट पर मेष राशि में अस्त होंगे। बता दें कि जब बुध सूर्य के 14 डिग्री या उससे कम डिग्री के अंतराल पर आ जाते हैं तो उस स्थिति को बुध ग्रह का अस्त होना माना जाता है। इस स्थिति में बुध अपना पूरा फल नहीं दे पाते। लेकिन इसके बावजूद कुछ बुध की अस्त अवस्था से राशि चक्र की कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलनेवाला है।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो कि ये आपके पहले भाव में अस्त अवस्था में होंगे। इस अवधि के दौरान आपको कम मेहनत में ही ज्यादा सफलता मिलेगी। रास्ते की बाधाएं दूर होंगी और शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। भाई-बहनों के साथ संबंधों में सुधार होगा और करियर में कई नए अवसर मिलेंगे। सरकारी नौकरी या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं वे इस दौरान अच्छे परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होंगे। बुध की यह स्थिति मिथुन राशि वालों के लिए अनुकूल कही जा सकती है। केन्द्र के स्वामी होने की वजह से ये शुभता-अशुभता को छोड़ सम व्यवहार करेंगे। ऐसे में ग्यारहवें भाव में बुध आपकी मेहनत का फल देंगे। जिन चीजों के लिए आप प्रयास करेंगे, उसमें कामयाबी मिलेगी। ये इच्छा पूर्ति और आय का भाव है। यहां बुध की सम स्थिति आपको सकारात्मक परिणाम देगी। बिज़नेस में सफलता हासिल करने के लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाकर चलें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं जो आपके आठवें भाव में अस्त होंगे। बुध की अस्त अवस्था कन्या राशि वालों के लिए अनुकूल रहेगी। कार्यक्षेत्र में आपके मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। यह अवधि सट्टा बाज़ार जैसे कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि से जुड़े लोगों के लिए भी बेहतर साबित होगी। जिन लोगों का खुद का व्यापार है, उन्हें कुछ समस्याएं आ सकती हैं, लेकिन मेहनत और सूझ-बूझ से इनका निपटारा किया जा सकता है। अस्त होने की वजह से बुध अष्टम भाव के नकारात्मक परिणाम नहीं दे पाएंगे और आपको इसका लाभ मिलेगा।