राशि। नौ ग्रहों के राशि परिवर्तन करने से सभी राशियों के जातकों पर इसका असर होता है। नवग्रहों में बुध को राजकुमार की संज्ञा दी गई है। बुध ग्रह का मकर राशि में गोचर 7 फरवरी 2023 होने वाला है। हिंदू पंचांग के मुताबिक बुध 7 फरवरी को धनु राशि से निकलकर सुबह 7:11 बजे शनिदेव के आधिपत्य वाली मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर राशि में बुध ग्रह 27 फरवरी 2023 की शाम 4:33 बजे तक रहेंगे और उसके बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही शनिदेव विराजमान मौजूद होंगे।
हिंदू पंचांग के मुताबिक बुध एक महत्वपूर्ण ग्रह है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को युवराज का दर्जा प्राप्त है। यह कुंडली के जिस भाव में और जिस ग्रह के प्रभाव में होते हैं, उसी के अनुसार अपना फल देते हैं। शनि ग्रह और बुध ग्रह में काफी समता है। ऐसे में मकर राशि में बुध का गोचर अच्छे परिणाम देने वाला साबित हो सकता है। बुध ग्रह को वाणी का कारक माना जाता है। बुध बुद्धि का कारक ग्रह है और हमें तार्किक क्षमता प्रदान करता है। बुध ग्रह यदि खराब अवस्था में हों तो व्यक्ति अपनी वाणी से ही किसी को भी अपना विरोधी बना सकता है। इसके अलावा बुध को वात, पित्त और कफ त्रिदोष का कारक माना जाता है।
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं। मीन राशि वाले जातकों के 11वें भाव यानी कि आमदनी, बड़े भाई-बहन, महत्वाकांक्षा के भाव में बुध ग्रह गोचर करेंगे। बुध ग्रह का 11वें भाव में गोचर करना इच्छाओं की पूर्ति में सहायक बनेगा। भाई-बहन जो आपसे आयु में बड़े हैं, उनका पूरा सहयोग मिलेगा और इच्छा पूर्ति में भी सहायक बनेंगे। नौकरी में भी आर्थिक स्थिति ठीक होगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। शिक्षा में अच्छे परिणाम मिलेंगे और अच्छे विद्यार्थी के रूप में अपनी पहचान बना पाएंगे।
बुध ग्रह के गोचर से मीन राशि वालों को शुभ परिणाम मिलेगा। शुभ फल प्राप्ति के लिए मीन राशि वालों को बुधवार के दिन अपनी बहन, बुआ या मौसी को हरे रंग की कोई साड़ी, सूट या चूड़ियां भेंट करें। इसके अलावा गरीब को भोजन कराने से भी शुभ फल की प्राप्ति होती है।